एचडीएफसी बैंक ने एचडीएफसी एजुकेशन एंड डेवलपमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बिक्री स्विस चुनौती (बोली प्रक्रिया) के माध्यम से की जाएगी। सूचना के अनुसार, ‘‘इस संबंध में, एचडीएफसी बैंक ने 30 मार्च, 2024 को एक इच्छुक पक्ष के साथ एक बाध्यकारी समझौता किया है।
समझौते में शामिल प्रस्ताव अन्य इच्छुक पक्षों से जवाबी पेशकश प्राप्त करने के लिए आधार बोली के रूप में काम करेगा। इसमें कहा गया है कि एचडीएफसी बैंक स्विस चुनौती प्रक्रिया के पूरा होने के आधार पर खरीदार को अंतिम रूप देगा। इसमें कहा गया है कि एचडीएफसी एजुकेशन तीन शैक्षणिक स्कूलों को सेवाएं दे रही है।
दुनिया का सांतवा सबसे बड़ा बैंक
एचडीएफसी बैंक के तिमाही नतीजों से पहले मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक दुनिया का सांतवा सबसे बड़ा बैंक बन गया था। दरअसल नए स्टॉक की लिस्टिंग के बाद एचडीएफसी बैंक का मार्केट वैल्यू बढ़कर 12.4 लाख करोड़ के पार चला गया है। मर्जर के बाद 17 जुलाई को एचडीएफसी बैंक 311 करोड़ के शेयर स्ट़ॉक मार्केट में लिस्ट हुए थे।
तब बैंक ने 30 फीसदी का नेट प्रॉफिट कमाया था। इस तिमाही के दौरान एचडीएफसी बैंक की मुनाफा बढ़कर 11952 करोड़ रुपए हो गया था। जो इससे पहले की तिमाही में 9,196 करोड़ रुपए था। आज यह भारत के टॉप-5 सबसे अधिक मार्केट कैप वाला ग्रुप है।