सिंधू घाटी सभ्यता का ऐतिहासिक नगर राखीगढ़ी को अब विश्व स्तर पर भी पहचान मिलने जा रही है। राखीगढ़ी में अंतर्राष्ट्रीय म्यूजियम का काम लगभग डेढ़ साल में पूरा होगा। बता दें यहां 32 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक संग्रहालय बना रही है। इसमें रेस्ट हाउस, हॉस्टल और एक कैफे का निर्माण किया जा रहा है। पुनर्वास कार्यों के लिए 8 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए जा चुके हैं। लगभग 5 हजार पुरानी हड़प्पा की कलाकृतियों को सहेज कर रखा जाएगा।
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राखीगढ़ी का इतिहास
राखीगढ़ी हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद उपमंडल में स्थित है। यहां राखी खास और राखी शाहपुर गांवों के अतिरिक्त आसपास के खेतों में पुरातात्विक साक्ष्य फैले हुए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस गांव में पहली बार 1963 में खुदाई शुरू की थी। इसके बाद 1998-2001 के बीच डॉ. अमरेंद्र नाथ के नेतृत्व में एएसआई ने फिर खुदाई शुरू की।
राखीगढ़ी में 1998 से लेकर अब तक 56 कंकाल मिले हैं, जिनका डीएनए परीक्षण चल रहा है। प्रो. वसंत शिंदे के मुताबिक राखीगढ़ी में पाई गई सभ्यता करीब 5000-5500 ई.पू. की है, जबकि मोहनजोदड़ो में पाई गई सभ्यता का समय लगभग 4000 ई. पू. माना जाता है। मोहनजोदड़ो का क्षेत्र करीब 300 हेक्टेयर है, जबकि राखीगढ़ी 550 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैला है।