उत्तराखंड की प्रसिद्ध पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट (Harshwanti Bisht) ने भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (Indian Mountaineering Foundation – IMF) की पहली महिला अध्यक्ष चुने जाने का गौरव प्राप्त किया है। 62 वर्षीय बिष्ट ने प्रतिष्ठित पद के लिए चुने जाने के लिए कुल 107 वोटों में से 60 वोट हासिल किए। यह पहली बार है कि किसी महिला को आईएमएफ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है, जिसकी स्थापना वर्ष 1958 में हुई थी।
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हर्षवंती बिष्ट के बारे में:
- पौड़ी जिले के सुकई नामक गांव की रहने वाली 62 वर्षीय बिष्ट कहती हैं कि पर्वतारोहण और अन्य साहसिक खेलों को बढ़ावा देना और अधिक महिलाओं को मैदान में लाना उनकी प्राथमिकताओं में होगा।
- पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित बिष्ट ने कहा कि एक समय था जब पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों में उत्तराखंड शीर्ष पर हुआ करता था लेकिन हाल के वर्षों में परिदृश्य बदल गया है।
- 1975 में उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से पर्वतारोहण का कोर्स करने वाली बिष्ट ने 1981 में नंदा देवी की चोटी पर चढ़ाई की, जिससे उन्हें अर्जुन पुरस्कार मिला। वह 1984 में माउंट एवरेस्ट के लिए एक अभियान दल की सदस्य भी थीं।
- अर्थशास्त्र की प्रोफेसर बिष्ट हाल ही में उत्तरकाशी के पीजी कॉलेज के प्राचार्या के पद से सेवानिवृत्त हुई हैं।