भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने चीन के हांगझोउ में आगामी एशियाई खेलों 2023 के उद्घाटन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व करने के लिए एक नहीं, बल्कि दो ध्वजवाहक रखने का फैसला किया है। यह निर्णय परंपरा से एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में आता है और इसने देश भर के खेल प्रेमियों के बीच काफी उत्साह पैदा किया है।
एशियाई खेल 2023 के उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक का विशिष्ट सम्मान दो असाधारण एथलीटों: हरमनप्रीत सिंह और लवलीना बोरगोहेन को दिया गया है। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन को हांगझोउ में 23 सितंबर से शुरू होने वाले इस भव्य खेल आयोजन में संयुक्त रूप से भारतीय दल का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है।
एशियाई खेल 2023 में रिकॉर्ड तोड़ भारतीय दल दिखाई देगा, जिसमें कुल 655 एथलीट देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह एशियाई खेलों में भाग लेने वाला अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल है, जो खेल के क्षेत्र में देश की बढ़ती प्रमुखता को दर्शाता है।
हरमनप्रीत सिंह: एक हॉकी स्टार
- हरमनप्रीत सिंह को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर में से एक माना जाता है। वह टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भारतीय हॉकी टीम का एक अभिन्न हिस्सा थे।
- भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान के रूप में, हरमनप्रीत सिंह हांग्जो एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए राष्ट्र की आकांक्षाओं को पूरा करते हैं, एक उपलब्धि जो 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए स्वचालित योग्यता की गारंटी देंगे।
लवलीना बोरगोहेन: एक मुक्केबाजी सेंसेशन
- ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन भारत के खेल नक्षत्र में एक और चमकता सितारा हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 69 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
- इस साल, उन्होंने नई दिल्ली में विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 75 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी उपलब्धियों को बढ़ाया। उनकी शानदार उपलब्धियों ने उन्हें राष्ट्र के लिए गर्व का स्रोत बना दिया है, और अब वह एशियाई खेलों में भारतीय ध्वज ले जाने के लिए तैयार हैं।
भारत के लिए बड़ी उम्मीदें
एशियाई ओलंपिक परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष और पूर्व ओलंपियन निशानेबाज रणधीर सिंह ने हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत के प्रदर्शन को लेकर उम्मीद जताई। उन्होंने भारतीय एथलीटों की सफलता की कामना की।