माल व सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जुलाई में 11 प्रतिशत बढ़कर 1.65 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया। इनडायरेक्ट टैक्स रिजीम की शुरुआत के बाद से लगातार पांचवे महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। पिछले महीने सकल वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह 1,65,105 करोड़ रुपये रहा, जिसमें सीजीएसटी 29,773 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 37,623 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 85,930 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर संग्रहित 41,239 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 11,779 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 840 करोड़ रुपये सहित) था।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जुलाई महीने में जीएसटी राजस्व पिछले साल के इसी महीने के राजस्व की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक रहा। जुलाई महीने के दौरान घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से प्राप्त राजस्व पिछले साल के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक रहा। मंत्रालय ने कहा कि यह पांचवीं बार है जब सकल जीएसटी संग्रह 1.60 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया। जून में जीएसटी कलेक्शन 1,61,497 करोड़ रुपये रहा था।
2017 में लागू हुआ था GST
GST एक इनडायरेक्ट टैक्स है। इसे वैराइटी ऑफ प्रीवियस इनडायरेक्ट टैक्स (वैट), सर्विस टैक्स, परचेज टैक्स, एक्साइज ड्यूटी और कई इनडायरेक्ट टैक्स को रिप्लेस करने के लिए 2017 में लागू किया गया था। GST में 5, 12, 18 और 28% के चार स्लैब हैं।