गोल्डमैन सैक्स ग्रुप ने साल 2024 और 2025 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को घटाने का फैसला किया है। बैंक ने ये फैसला सरकार के एक्सपेंडिचर में कमी के चलते ये लिया है। गोल्डमैन सैक्स ने 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए 2024 में जीडीपी के 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
गोल्डमैन सैक्स अगले कैलेंडर ईयर 2025 के लिए अपने जीडीपी अनुमान को घटा दिया है और बैंक का मानना है कि अगले वर्ष 6.4 फीसदी के दर से भारतीय अर्थव्यवस्था ग्रोथ दर्ज करेगी। डाउनग्रेड का मुख्य कारण केंद्र सरकार द्वारा व्यय में कमी और वास्तविक उपभोग वृद्धि की धीमी गति है। इसके अतिरिक्त, बैंकों द्वारा असुरक्षित ऋण पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा सख्त नियमों ने घरेलू ऋण को प्रभावित किया है, जिससे आर्थिक विकास पर और अधिक असर पड़ा है।
गोल्डमैन सैक्स ने 2024 में जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया है। जबकि आरबीआई ने 8 अगस्त 2024 को मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी के 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है जबकि 2025-26 की पहली तिमाही में 7.1 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया गया है। जबकि बजट से पहले 2023-24 के पेश हुए आर्थिक सर्वे में वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी 6.5 – 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।