रूस की दिग्गज ऑयल कंपनी रोसनेफ्ट ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के एक पूर्व डायरेक्टर जीके सतीश को अपने बोर्ड में नियुक्त किया है। आईओसी के पूर्व निदेशक जी के सतीश को अपने निदेशक मंडल में जगह देकर भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को मजबूत करने के संकेत दिए हैं। रॉसनेफ्ट ने एक बयान में सतीश को अपने 11 सदस्यीय निदेशक मंडल में शामिल किए जाने की जानकारी दी। उनके साथ दो अन्य निदेशक भी नियुक्त किए गए हैं।
सतीश इस रूसी कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल होने वाले पहले भारतीय हैं। वह साल 2021 में सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी आईओसी के निदेशक (कारोबार विकास) के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रॉसनेफ्ट के साथ आईओसी की रूस में कुछ तेल एवं गैस क्षेत्रों में साझेदारियां हैं। वह आईओसी के अतिरिक्त कुछ अन्य भारतीय कंपनियों को भी कच्चा तेल बेचती है। जीके सतीश की नियुक्ति महत्वपूर्ण है, क्योंकि रोसनेफ्ट अब लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) की बिक्री सहित भारतीय कंपनियों के साथ ज्यादा से ज्यादा डील पर नजर रख रही है।
जीके सतीश: एक नजर में
- सतीश को इंडियन ऑयल एंड गैस मार्केट की गहरी जानकारी है। इसके अलावा वे पेट्रोकेमिकल्स, लिक्विफाइड नेचुरल गैस, इंटरनेशनल ट्रेड और पेट्रोलियम प्रोडक्ट मार्केटिंग में एक्सपर्ट हैं। सतीश रोसनेफ्ट बोर्ड के पांच इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स में से एक हैं।
- 1 सितंबर 2016 से IOC बोर्ड में अपने कार्यकाल के दौरान सतीश इंडियन ऑयल अडाणी गैस प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन भी थे। CNG और पाइप्ड कुकिंग गैस की रिटेल सेल के लिए IOC ने अडाणी ग्रुप के साथ जॉइंट वेंचर किया था। इस वेंचर ने अडाणी ग्रुप को सिटी गैस के सेक्टर में आगे बढ़ने में मदद की और यह अब सबसे बड़ा ऑपरेटर है।
- ValPro में सतीश 2022 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में शामिल हुए थे। यह कंपनी विलय, अधिग्रहण और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग पर सलाह देती है।