विश्वास मत में हार के बाद फ्रांस्वा बायरू को फ्रांस के प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया
Posted byvikash Last updated on September 9th, 2025 03:18 pm
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है क्योंकि फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू सोमवार को संसद में विश्वास मत हार गए। बायरू को प्रधानमंत्री नियुक्त होने के महज आठ महीने बाद ही विश्वास मत हार गए जिसके तहत 364-194 के भारी मतों से हारने के बाद उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया। बायरू मंगलवार सुबह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। अब राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को 12 महीने में चौथी बार नया प्रधानमंत्री तलाश करना होगा।
अविश्वास प्रस्ताव का विवरण
परिणाम: 364 सांसद विरोध में, 194 समर्थन में
बैरू का दाँव: उन्होंने स्वयं यह वोट बुलाया था ताकि कर्ज़ कम करने के लिए कठोर कदमों (austerity measures) को समर्थन मिल सके
इस्तीफ़ा: 74 वर्षीय बायरू अब राष्ट्रपति मैक्रों को इस्तीफ़ा सौंपेंगे
परिणाम: मैक्रों को एक साल में तीसरे और 2022 में शुरू हुई अपनी दूसरी अवधि में पाँचवें प्रधानमंत्री की नियुक्ति करनी होगी
बायरू के पतन के कारण
अलोकप्रिय सख्ती योजना: 44 अरब यूरो के बजट कटौती और दो सार्वजनिक छुट्टियों को रद्द करने का प्रस्ताव
राजनीतिक गतिरोध: संसद तीन खेमों (वामपंथ, मध्यपंथ, अति-दक्षिणपंथ) में बंटी हुई है, किसी के पास बहुमत नहीं
स्कैंडल का असर: शिक्षा मंत्री (1993–97) रहते बेथाराम कैथोलिक स्कूल में दुर्व्यवहार के मामलों के निपटान को लेकर आलोचना
समर्थन की कमी: सहयोगी दलों ने भी समर्थन नहीं दिया, खासकर उनकी एक संसदीय जांच पर किए गए उपेक्षात्मक बयानों के कारण
मैक्रों के लिए निहितार्थ
गंभीर राजनीतिक गतिरोध – नए प्रधानमंत्री का टिकना मुश्किल
प्राथमिकता: बढ़ते कर्ज़ के बीच 2026 का बजट पारित कराना
दबाव: नए संसदीय चुनाव कराने की मांग, पर मैक्रों हिचकिचा रहे हैं क्योंकि सर्वेक्षणों में अति-दक्षिणपंथ आगे है
आंदोलन: “ब्लॉक एवरीथिंग” के नारे के साथ विरोध और हड़तालों की तैयारी, जिससे अस्थिरता और बढ़ेगी