बोइंग F-47, नेक्स्ट जेनरेशन एयर डॉमिनेंस (NGAD) कार्यक्रम के तहत विकसित किया जा रहा अमेरिका का अगली पीढ़ी का एयर सुपरियोरिटी फाइटर है। इसे F-22 रैप्टर की जगह लेने के लिए डिज़ाइन किया गया है। 2020 में इसके प्रायोगिक परीक्षण शुरू हुए थे और यह 2025–2029 के बीच संचालन में आ सकता है।
प्रमुख विशेषताएँ व क्षमताएँ
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बोइंग द्वारा विकसित, $20 अरब के NGAD अनुबंध के तहत।
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कॉम्बैट रेडियस: 1,000 नौटिकल मील से अधिक।
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गति: मैक 2+ (ध्वनि की गति से दोगुना)।
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मौजूदा लड़ाकू विमानों की तुलना में 70% अधिक रेंज और उन्नत स्टेल्थ तकनीक।
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185 से अधिक विमानों की खरीद की योजना।
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ड्रोन विंगमेन (CCA – Collaborative Combat Aircraft) के साथ मिलकर संचालन करने में सक्षम।
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यह पहला छठी पीढ़ी का मानवयुक्त लड़ाकू विमान होगा, जिसे उच्च-खतरे वाले युद्धक्षेत्र के लिए तैयार किया गया है।
रणनीतिक निवेश और प्रभाव
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FY 2026 में पेंटागन द्वारा $3.4 अरब से अधिक आवंटित।
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बोइंग के लड़ाकू विमान निर्माण व्यवसाय को पुनर्जीवित करने वाला सौदा, जिसे अमेरिकी रक्षा उद्योग के लिए “गेम-चेंजर” माना जा रहा है।
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“47” का नाम WWII के P-47 थंडरबोल्ट और उस समय के 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देता है।
F-47 बनाम अन्य छठी पीढ़ी के कार्यक्रम
| विमान / कार्यक्रम | भूमिका व स्थिति | प्रमुख विशेषताएँ |
|---|---|---|
| F-47 (अमेरिका, USAF) | छठी पीढ़ी का वायुसेना फाइटर (NGAD) | मानवयुक्त, स्टेल्थ, >1000 नौटिकल मील रेंज, मैक 2+, ड्रोन विंगमेन, 185+ इकाइयाँ |
| F/A-XX (अमेरिका, US Navy) | नौसेना का छठी पीढ़ी का स्ट्राइक फाइटर | विकास धीमा, 2026 में सीमित फंडिंग |
| GCAP (UK-जापान-इटली) | बहुराष्ट्रीय छठी पीढ़ी का फाइटर | 2027 तक प्रोटोटाइप, 2035 से सेवा में |
| चेंगदू J-36 (चीन) | चीनी छठी पीढ़ी का प्रोटोटाइप | टेललेस ट्विन/ट्रिजेट स्टेल्थ डिज़ाइन, NGAD का संभावित प्रतिद्वंदी |


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