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अभ्यास-अयुत्या: अयोध्या से संबंधित भारत-थाईलैंड का पहला नौसेना अभ्यास

अभ्यास-अयुत्या: अयोध्या से संबंधित भारत-थाईलैंड का पहला नौसेना अभ्यास |_3.1

एक ऐतिहासिक कदम में, भारतीय नौसेना और रॉयल थाई नौसेना ने उद्घाटन ‘अभ्यास-अयुत्या’ नौसैनिक अभ्यास का आयोजन किया, जो अयोध्या और अयुत्या के प्राचीन शहरों के बीच एक अटूट संबंध का प्रतीक है।

एक ऐतिहासिक कदम में, भारतीय नौसेना और रॉयल थाई नेवी (आरटीएन) दिसंबर 2023 में ‘अभ्यास-अयुत्या’ नाम के पहले द्विपक्षीय अभ्यास के लिए सेना में शामिल हो गईं। अजेय भावना का प्रतीक यह समुद्री सहयोग गहरा महत्व रखता है क्योंकि यह प्राचीन शहरों को जोड़ता है। भारत में अयोध्या और थाईलैंड में अयुत्या, सदियों पुराने साझा ऐतिहासिक आख्यानों और समृद्ध सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाते हैं।

अभ्यास-अयुत्या: मुख्य विशेषताएं

  1. प्रतीकात्मक अर्थ: ‘अभ्यास-अयुत्या’ का अनुवाद ‘अजेय वन’ है, जो अयोध्या और अयुत्या के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर देता है।
  2. नौसेना की भागीदारी: भारतीय नौसेना के जहाज कुलिश और आईएन एलसीयू 56 उद्घाटन संस्करण में शामिल हुए, जबकि हिज थाई मेजेस्टीज़ शिप (एचटीएमएस) प्राचुप खीरी खान ने रॉयल थाई नौसेना का प्रतिनिधित्व किया।
  3. समन्वित गश्ती: द्विपक्षीय अभ्यास के साथ-साथ, भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (इंडो-थाई कॉर्पैट) का 36 वां संस्करण हुआ, जिससे परिचालन तालमेल में वृद्धि हुई।
  4. एयरबोर्न भागीदारी: दोनों नौसेनाओं के समुद्री गश्ती विमानों ने समुद्री सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए समुद्री चरण में योगदान दिया।
  5. ऑपरेशनल सिनर्जी: ये अभ्यास क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के लिए भारत के SAGAR दृष्टिकोण के अनुरूप, परिचालन तालमेल और जटिलता को बढ़ाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य

  1. नाम और महत्व: दिसंबर 2023 में आयोजित भारत-थाईलैंड नौसैनिक अभ्यास, ‘अभ्यास-अयुत्या’, अयोध्या (भारत) और अयुत्या (थाईलैंड) के बीच अजेय भावना और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
  2. प्रतिभागी: भारतीय नौसेना के जहाज कुलिश और आईएन एलसीयू 56 उद्घाटन द्विपक्षीय अभ्यास के लिए रॉयल थाई नौसेना के एचटीएमएस प्राचुप खीरी खान के साथ शामिल हुए।
  3. समन्वित गश्ती: भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (इंडो-थाई कॉर्पैट) का 36वां संस्करण परिचालन तालमेल को बढ़ाते हुए एक साथ चला।
  4. एयरबोर्न भागीदारी: दोनों नौसेनाओं के समुद्री गश्ती विमानों ने समुद्री सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए अभ्यास के समुद्री चरण में भाग लिया।
  5. ऑपरेशनल सिनर्जी: यह अभ्यास क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा के लिए भारत के SAGAR दृष्टिकोण के अनुरूप, परिचालन तालमेल और जटिलता को बढ़ाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम का संकेत देता है।

परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

  1. भारत-थाईलैंड नौसैनिक अभ्यास के संदर्भ में ‘अभ्यास-अयुत्या’ का क्या महत्व है?
  2. ‘अभ्यास-अयुत्या’ किन दो प्राचीन शहरों का प्रतीक है, और वे किन ऐतिहासिक संबंधों का प्रतिनिधित्व करते हैं?
  3. भारतीय नौसेना के जहाजों और रॉयल थाई नौसेना के जहाज का नाम बताइए जिन्होंने उद्घाटन ‘अभ्यास-अयुत्या’ अभ्यास में भाग लिया।
  4. भारत-थाई द्विपक्षीय अभ्यास के संदर्भ में ‘द इनविंसिबल वन’ क्या दर्शाता है?

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