रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 12 जून 2025 को दक्षिण ब्लॉक, नई दिल्ली में राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के 10 युवा कैडेट्स (5 लड़कियाँ और 5 लड़के) को सम्मानित किया, जिन्होंने विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। इन कैडेट्स की औसत आयु 19 वर्ष थी। इस अवसर पर उनके साहस, अनुशासन, और अदम्य उत्साह की सराहना की गई।
समाचार में क्यों?
यह सम्मान समारोह NCC के तीसरे सफल एवरेस्ट अभियान (पहले 2013 और 2016) की उपलब्धि के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। यह आयोजन भारत के युवाओं की साहसिक खेलों में बढ़ती क्षमता और चरित्र निर्माण में NCC की भूमिका को भी रेखांकित करता है।
अभियान की मुख्य विशेषताएँ
| बिंदु | विवरण |
|---|---|
| टीम संरचना | 10 कैडेट्स – 5 लड़के, 5 लड़कियाँ |
| औसत आयु | 19 वर्ष |
| सबसे कम उम्र का कैडेट | 16 वर्ष |
| अभियान नेतृत्व | कर्नल अमित बिष्ट (अभियान कमांडर) |
| विशेष सदस्य | सूबेदार मेजर बलकार सिंह – एवरेस्ट फतह करने वाले पहले भारतीय सेना के सूबेदार मेजर |
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अभियान रवाना किया गया: 3 अप्रैल 2025 को रक्षा मंत्री द्वारा।
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गहन प्रशिक्षण और अनुकूलन प्रक्रिया अपनाई गई।
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सभी सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन किया गया।
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कोई भी चोट नहीं हुई — उत्कृष्ट योजना और क्रियान्वयन का प्रमाण।
उपलब्धि का महत्व
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यह उपलब्धि अनुशासन, सहनशीलता और मानसिक दृढ़ता का प्रतीक है।
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NCC के राष्ट्र निर्माण में योगदान को मजबूती मिलती है।
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यह संदेश देता है: भारत के युवाओं के लिए कोई लक्ष्य असंभव नहीं।
सम्मान और पुरस्कार
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रक्षा मंत्री द्वारा दक्षिण ब्लॉक में सम्मानित।
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टीम को ₹10 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
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रक्षा मंत्री ने कैडेट्स की देशभक्ति और प्रेरणादायक साहस की सराहना की।
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कैडेट्स के परिवारों और प्रशिक्षकों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
व्यापक प्रभाव और पृष्ठभूमि
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पूर्ववर्ती NCC एवरेस्ट अभियान: 2013 और 2016।
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NCC का उद्देश्य: शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और देशभक्ति से पूर्ण विकास।
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युवाओं को राष्ट्र सेवा, नेतृत्व और साहसिक खेलों में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करता है।


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