जाने-माने इतिहासकार हरि शंकर वासुदेवन का COVID-19 के कारण निधन। उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूसी एवं यूरोपीय इतिहास और भारत-रूस संबंधों पर किए उनके काम के लिए जाना जाता था।
वासुदेवन दो पुस्तकों Shadows of Substance: Indo-Russian Trade and Military-Technical Cooperation (2010), और Footsteps of Afanasii Nikitin: Travels through Eurasia and India in the Early 21st Century (2015) के लेखक थे । वह प्रतिष्ठित विद्वान, कलकत्ता विश्वविद्यालय में इतिहास और चीनी विभाग के यूजीसी एमेरिटस प्रोफेसर होने के साथ-साथ भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय मौलाना अबुल कलाम आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज के पूर्व निदेशक थे।