देश के वर्कफोर्स यानी कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश के कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी 2022-23 में बढ़कर 37 प्रतिशत हो गई है। धर्मेंद्र प्रधान ने यहां ‘रोजगार मेले’ में कहा कि 2017-18 में यह आंकड़ा 23 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि समाज में संतुलित विकास हुआ है क्योंकि कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई है। जानकारी के अनुसार, रोजगार मेला कार्यक्रम में धर्मेंद्र प्रधान ने 172 लोगों को विभिन्न केंद्रीय संगठनों के नियुक्ति पत्र वितरित किये हैं।
देश में बेरोजगारी दर घटकर 2022-23 में 3.7 प्रतिशत
धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी कहा कि देश में बेरोजगारी की दर 2017-18 की छह प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 3.7 प्रतिशत रह गई है।
बेरोजगारी दर छह साल के निचले स्तर पर
बता दें कि देश में जुलाई 2022 से जून 2023 के बीच 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की बेरोजगारी दर छह साल के निचले स्तर 3.2 प्रतिशत पर रही। सरकारी सर्वेक्षण में यह बात सामने आई। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की ओर से जारी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण वार्षिक रिपोर्ट 2022-2023 के अनुसार जुलाई 2022 से जून 2023 के बीच राष्ट्रीय स्तर पर 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए सामान्य स्थिति में बेरोजगारी दर (यूआर) 2021-22 में 4.1 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 3.2 प्रतिशत हो गई। आंकड़ों के मुताबिक, बेरोजगारी दर 2020-21 में 4.2 प्रतिशत, 2019-20 में 4.8 प्रतिशत, 2018-19 में 5.8 प्रतिशत और 2017-18 में छह प्रतिशत थी।
महिलाओं में बेरोजगारी दर 2.9 प्रतिशत
वहीं, सर्वे में सामने आया कि भारत में पुरुषों में बेरोजगारी दर 2017-18 में 6.1 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 3.3 प्रतिशत हो गई। महिलाओं में बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत से घटकर 2.9 प्रतिशत रही।