Categories: Uncategorized

डीआरडीओ ने भारतीय सेना को मोबाइल मेटलिक रैंप (MMR) का डिजाइन सौंपा

डीआरडीओ भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय सेना को मोबाइल मेटलिक रैंप (MMR) का डिजाइन सौंपा।
(MMR) की भार वहन क्षमता 70 मीट्रिक टन है। एमएमआर को डीआरडीओ के प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशाला सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरमेंट सेफ्टी (CFEES) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, यह बख़्तरबंद लड़ाकू वाहनों को जुटाने के सामरिक गतिशीलता समय को कम करने के लिए सेना द्वारा अनुमानित आवश्यकताओं पर आधारित है। रैंप आर्म्ड और मैकेनाइज्ड यूनिट्स और आर्मी के फॉर्मेशन के लिए रणनीतिक गतिशीलता प्रदान करेगा। यह डिजाइन में पोर्टेबल, मॉड्यूलर है, जिसे आसानी से संकलित या अलग  किया जा सकता है।

उपरोक्त समाचार से RRB Main 2019 परीक्षा  के लिए महत्वपूर्ण तथ्य- 

  • केंद्रीय रक्षा मंत्री: राज नाथ सिंह।
  • DRDO के अध्यक्ष: डॉ। जी सतीश रेड्डी।
स्रोत: प्रेस सूचना ब्यूरो
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
admin

Recent Posts

ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी 2026 तक गुरुग्राम में अपना पहला भारतीय कैंपस खोलेगी

भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…

3 mins ago

MEITY और MEA ने DigiLocker के जरिए पेपरलेस पासपोर्ट वेरिफिकेशन शुरू किया

भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…

1 hour ago

जानें कैसे 29 साल की लड़की बनी दुनिया की सबसे युवा सेल्फ-मेड महिला अरबपति

सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…

4 hours ago

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

5 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

5 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

7 hours ago