राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की पूर्व अध्यक्ष पद्मभूषण डॉ. वी मोहिनी गिरी का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। महिलाओं के अधिकारों के क्षेत्र में उनके प्रयासों के लिए, उन्हें 2007 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। डॉ. गिरी 1995-1998 तक राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष पद पर कार्यरत थीं।
वो केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड, नई दिल्ली स्थित सामाजिक सेवा संगठन, गिल्ड आफ सर्विस की अध्यक्ष भी थीं। वो महिलाओं और बच्चों के शिक्षा, रोजगार और वित्तीय सुरक्षा के अधिकारों की वकालत करती है। उन्होंने वर्ष 1972 में वार विडोज एसोसिएशन की स्थापना की थी। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. वीवी गिरी की बहू डॉ. मोहिनी गिरी के परिवार में एक बेटा और बेटी हैं।
जीवन और उपलब्धियाँ
डॉ. गिरी ने 1995 से 1998 तक राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड का नेतृत्व किया। वह गिल्ड ऑफ सर्विस की प्रमुख भी थीं, जो नई दिल्ली में एक संगठन है जो शिक्षा, रोजगार और वित्तीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए महिलाओं और बच्चों के अधिकारों का समर्थन करता है। महिलाओं के अधिकारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें 2007 में प्रतिष्ठित पद्म भूषण पुरस्कार दिलाया।
पथप्रदर्शक को श्रद्धांजलि
डॉ. वी मोहिनी गिरि के निधन से महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा के क्षेत्र में एक शून्य पैदा हो गया है। महिलाओं, विशेषकर युद्ध विधवाओं के उत्थान के प्रति उनके समर्पण ने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है।