दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की एक पहल, दिव्य कला मेला, त्रिपुरा के जीवंत शहर अगरतला की शोभा बढ़ाने के लिए तैयार है। 6 फरवरी 2024 को उद्घाटन किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश भर के दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों की प्रतिभा और कौशल का जश्न मनाना है। श्री रतन लाल नाथ, कैबिनेट मंत्री, बिजली, कृषि और किसान कल्याण, और चुनाव विभाग, सरकार के नेतृत्व में। त्रिपुरा में, उद्घाटन ने छह दिवसीय उत्सव की शुरुआत को चिह्नित किया।
दिव्य कला मेला 2024 का उद्घाटनकर्ता एवं प्रतिभागी
श्री रतन लाल नाथ, युवा मामले और खेल, समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा और श्रम मंत्री, श्री टिंकू रॉय सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ। त्रिपुरा के ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। श्री नवीन शाह, आईएफएस, सीएमडी, एनडीएफडीसी और अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति ने इस अवसर की भव्यता बढ़ा दी। 18 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 60 से अधिक दिव्यांग कारीगर और उद्यमी अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें घरेलू सजावट से लेकर पैकेज्ड भोजन, खिलौने और व्यक्तिगत सामान शामिल हैं।
दिव्य कला मेला 2024, श्रेणियाँ और गतिविधियाँ
दिव्य कला मेला घरेलू सजावट, कपड़े, स्टेशनरी, जैविक उत्पाद और बहुत कुछ सहित उत्पादों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है। आगंतुक सांस्कृतिक गतिविधियों में डूब सकते हैं और प्रसिद्ध पेशेवरों के साथ-साथ दिव्यांगजन कलाकारों के प्रदर्शन का आनंद ले सकते हैं। यह आयोजन पाक आनंद भी प्रदान करता है, जिसमें भोग के लिए क्षेत्रीय व्यंजन उपलब्ध हैं।
आर्थिक सशक्तिकरण एवं मंच दिव्य कला मेला 2024
यह पहल विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी/दिव्यांगजन) को अपने उत्पादों और कौशलों को बाजार में लाने और प्रदर्शित करने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करके उनके आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर देती है। त्रिपुरा में दिव्य कला मेला डीईपीडब्ल्यूडी द्वारा शुरू की गई श्रृंखला का 14वां संस्करण है, जो 2022 में दिल्ली से शुरू होगा। इस तरह के आयोजनों के माध्यम से, विभाग का लक्ष्य देश भर में दिव्यांग व्यक्तियों के ‘शशक्तिकरण’ (सशक्तीकरण) की अवधारणा को बढ़ावा देना है।