कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और कर अनुसंधान को जोड़ते हुए डेलॉइट इंडिया 9 दिसंबर 2025 को ‘टैक्स प्रज्ञा’ (Tax Pragya) नामक एक उन्नत AI-पावर्ड प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जा रहा है। इसका लक्ष्य है—कर विशेषज्ञों द्वारा कानूनी निर्णयों और जजमेंट्स का विश्लेषण करने में लगने वाले समय को काफी कम करना और उन्हें तेज, संदर्भयुक्त, और भरोसेमंद अंतर्दृष्टि उपलब्ध कराना। बढ़ती जटिल टैक्स नीतियों और मुकदमों के बीच यह प्लेटफॉर्म टैक्स रिसर्च के तरीके को बदलने वाला माना जा रहा है।
टैक्स प्रज्ञा क्या है?
टैक्स प्रज्ञा एक AI-आधारित टैक्स रिसर्च और इनसाइट्स प्लेटफॉर्म है, जो:
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10 लाख+ टैक्स-संबंधी कोर्ट जजमेंट्स
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20 वर्षों के डेलॉइट के आंतरिक टैक्स ज्ञान-पत्रों
का विश्लेषण करके कुछ ही मिनटों में सार निकालने की क्षमता रखता है।
मुख्य विशेषताएँ
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डेलॉइट के स्वामित्व वाले डेटा बेस तक पहुँच (ओपन-सोर्स नहीं)
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प्रत्यक्ष (Direct) और अप्रत्यक्ष (Indirect) दोनों प्रकार के करों को कवर करता है
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मिनटों में शोध परिणाम (Research Output)
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बजट घोषणाओं और कानूनी संशोधनों पर रियल-टाइम अपडेट
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भविष्य में मुकदमेबाज़ी (Litigation) की संभावना का AI आधारित पूर्वानुमान (Predictive Analytics) जारी होगा
यह क्यों महत्वपूर्ण है?
अभी तक टैक्स विश्लेषक कोर्ट के फैसलों और कानूनी व्याख्याओं को समझने में कई घंटे खर्च करते हैं।
टैक्स प्रज्ञा यह समय काफी घटा देगा और पेशेवरों को मदद करेगा:
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रिसर्च समय कम करने में
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कानूनी विकास को संदर्भ के साथ समझने में
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टैक्स नोटिस एवं मुकदमों के संभावित परिणामों का पूर्वानुमान लगाने में
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बेहतर टैक्स निर्णय लेने में
डेलॉइट इंडिया के पार्टनर सुमित सिंघानिया ने बताया कि यह सिर्फ डेटा का भंडार नहीं है, बल्कि “ज्ञान से अंतर्दृष्टि” प्रदान करने वाला स्मार्ट प्लेटफॉर्म है।
रोलआउट प्लान (लॉन्च चरण)
डेलॉइट ने टैक्स प्रज्ञा के लिए 3 चरणों वाली योजना बनाई है:
चरण 1 (9 दिसंबर 2025):
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500 चुनिंदा डेलॉइट क्लाइंट्स के लिए उपलब्ध
चरण 2 (जनवरी 2026):
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5,000 क्लाइंट्स तक विस्तार
सर्व-भारत विस्तार (जून 2026 तक):
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MSMEs व SMEs को B2B सब्सक्रिप्शन मॉडल के जरिए उपलब्ध
यह प्लेटफॉर्म मानव टैक्स विशेषज्ञों को बदलने के लिए नहीं बल्कि उनकी विश्लेषण क्षमता बढ़ाने के लिए बनाया गया है।
भविष्य की दिशा
डेलॉइट भविष्य में टैक्स प्रज्ञा में निम्न उन्नत सुविधाएँ जोड़ने की योजना बना रहा है:
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AI आधारित टैक्स/कानूनी राय (Opinion) का स्वतः ड्राफ्ट
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मुकदमेबाज़ी का पूर्वानुमान मॉडल (Litigation Prediction)
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कंपनियों के प्रोफाइल व केस-हिस्ट्री पर आधारित व्यक्तिगत टैक्स इंटेलिजेंस
इन सुविधाओं के बाद टैक्स प्रज्ञा एक एजेंटिक टूल बन जाएगा, जो गतिशील नियामक वातावरण में टैक्स रणनीति तय करने में मदद करेगा।
भारत के टैक्स परिदृश्य में महत्व
टैक्स प्रज्ञा का लॉन्च महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में:
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टैक्स कानून लगातार बदल रहे हैं
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मुकदमों और अनुपालन (Compliance) का दबाव बढ़ रहा है
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डिजिटल टैक्स गवर्नेंस टूल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है
यह पहल सरकार की डिजिटलाइजेशन, ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस और लीगल-टेक एकीकरण की व्यापक नीतियों से भी मेल खाती है।
मुख्य बिंदु
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प्लेटफ़ॉर्म: टैक्स प्रज्ञा (Tax Pragya)
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लॉन्च करने वाला: डेलॉइट इंडिया
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लॉन्च तिथि: 9 दिसंबर 2025
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तकनीक: AI-आधारित टैक्स रिसर्च व इनसाइट्स टूल
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पहला चरण: 500 क्लाइंट्स; पूरा विस्तार जून 2026 तक
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प्रमुख सुविधाएँ: त्वरित केस-लॉ खोज, बजट अपडेट्स, प्रिडिक्टिव लिटिगेशन टूल्स
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भविष्य: AI जनरेटेड टैक्स राय, निर्णय-सहायक एनालिटिक्स


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