दिल्ली का खान मार्केट किराये के लिहाज से दुनिया का 22वां सबसे महंगा खुदरा बाजार है। यहां वार्षिक किराया 217 डॉलर प्रति वर्गफुट है। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड ने एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। पिछले साल इस सूची में खान मार्केट इस मामले में 21वें स्थान पर था।
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट ‘दुनिया के प्रमुख बाजार’ जारी की। इसमें दुनिया के मुख्य शहरों के प्रमुख बाजारों में खुदरा तौर पर जमीन या दुकानों के किराये का विश्लेषण किया गया है। कुशमैन एंड वेकफील्ड ने बयान में कहा कि दिल्ली का खान मार्केट दुनिया के शीर्ष 25 सबसे महंगे मुख्य बाजारों में शामिल है।
कोरोना महामारी से पहले की तुलना में वर्तमान वृद्धि (सितंबर तिमाही के दौरान) सात प्रतिशत और सालाना आधार पर तीन प्रतिशत की वृद्धि के साथ खान मार्केट प्रतिष्ठित वैश्विक प्रमुख बाजार सूची में 22वें स्थान पर है।
न्यूयार्क की फिफ्थ एवेन्यू ने दुनिया के सबसे महंगे खुदरा बाजार के रूप में अपनी शीर्ष रैंकिंग बरकरार रखी है। मिलान का विया मोंटेनापोलियोन एक स्थान चढ़कर तथा हांगकांग के सिम शा त्सुई को हटाकर दूसरे स्थान पर पहुंच गया। वहीं, इस सूची में सिम शा त्सुई तीसरे स्थान पर खिसक गया है। लंदन में न्यू बांड स्ट्रीट ने चौथा और पेरिस में एवेन्यू डेस चैंप्स-एलिसीस ने पांचवां स्थान बरकरार रखा।
कंपनी ने कहा कि सबसे बड़ी छलांग इस्तांबुल (तुर्किए) के इस्तिकलाल स्ट्रीट ने लगाई, जो मुद्रास्फीति के बीच 31वें से 20वें स्थान पर पहुंच गया। इसका किराया पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से अधिक हो गया। कुशमैन एंड वेकफील्ड ने कहा कि भारत में शीर्ष पांच बाजारों में खान मार्केट व कनाट प्लेस, लिंकिंग रोड (मुंबई), गैलेरिया मार्केट (गुरुग्राम) और पार्क स्ट्रीट (कोलकाता) है।
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उत्कृष्ट और संभ्रांत, खान मार्किट डिप्लोमेटिक समुदाय का पसंदीदा स्थान है। मूल रूप से यह स्थान भारत के विभाजन के बाद उत्तर-पश्चिम सीमांत क्षेत्र से आने वाले प्रवासियों को खेती की ज़मीन के रूप में आबंटित किया गया था।
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