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स्ट्राइकर दीपिका ने जीता मैजिक स्किल पुरस्कार

भारतीय महिला हॉकी टीम की स्ट्राइकर दीपिका ने एफआईएच प्रो लीग 2024-25 सत्र के भुवनेश्वर चरण के दौरान नीदरलैंड्स के खिलाफ किए गए अपने मैदानी गोल के लिए पोलिग्रास मैजिक स्किल पुरस्कार जीता है। एफआईएच हाकी प्रो लीग के 2024-25 सत्र के लिए पोलिग्रास मैजिक स्किल अवार्ड के विजेता का फैसला विश्व भर के हॉकी खेल प्रेमियों के मतदान के आधार पर किया गया।

दीपिका ने यह गोल फरवरी 2025 में प्रो लीग के भुवनेश्वर चरण के दौरान किया था। कलिंग स्टेडियम में खेला गया यह मैच निर्धारित समय में 2-2 से बराबर रहा था जिसके बाद भारत ने शूटआउट में नीदरलैंड्स को हराया। भारतीय टीम जब दो गोल से पीछे चल रही थी तब दीपिका ने 35वें मिनट में यह अविश्वसनीय गोल किया।

पृष्ठभूमि:
हरियाणा के हिसार की रहने वाली दीपिका ने पहली बार 2018 सब-जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में 16 गोल करके सभी का ध्यान आकर्षित किया था, जहां उन्हें ‘सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी’ का खिताब भी मिला। उन्होंने जूनियर राष्ट्रीय टीम में पदार्पण 2018 यूथ ओलंपिक क्वालिफायर से किया था और 2021 जूनियर महिला विश्व कपजूनियर एशिया कप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहाँ भारत ने स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 2021-22 FIH प्रो लीग में सीनियर टीम से अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की।

महत्त्व:
पोलिग्रास मैजिक स्किल अवार्ड एफआईएच द्वारा उस खिलाड़ी को प्रदान किया जाता है, जिसने सीजन के दौरान सबसे रचनात्मक और कौशलपूर्ण खेल का प्रदर्शन किया हो। यह पुरस्कार फैन्स के वोट के आधार पर तय होता है। दीपिका की यह जीत इसलिए ऐतिहासिक है क्योंकि यह पुरस्कार जीतने वाली वह पहली भारतीय (पुरुष या महिला) खिलाड़ी हैं, जो भारतीय महिला हॉकी के वैश्विक उभार का प्रतीक है।

निर्णायक क्षण:
यह गोल नीदरलैंड्स जैसी विश्व की नंबर 1 टीम के खिलाफ एक कठिन मुकाबले में आया था, जब भारत 0-2 से पीछे था। दीपिका ने कई डिफेंडरों को ड्रिबल करते हुए चकमा दिया, एक स्टिक के ऊपर से गेंद उठाई और शानदार एकल गोल दागा। भारत ने यह मुकाबला 2-2 से ड्रॉ किया और शूटआउट में जीत हासिल की, जिससे टीम की संघर्ष क्षमता और कौशल दोनों उजागर हुए।

वैश्विक मान्यता:
स्पेन की पेट्रीसिया अल्वारेज़ और ऑस्ट्रेलियाई टीम जैसी नामांकित प्रतिभाओं के बीच दीपिका को दुनियाभर के प्रशंसकों से सर्वाधिक वोट मिले। पुरुषों की श्रेणी में यह पुरस्कार बेल्जियम के विक्टर वेगनेज़ को मिला। दीपिका की यह ऐतिहासिक जीत न केवल उनके करियर को नई ऊंचाई देती है, बल्कि देश की युवा खिलाड़ियों, खासकर महिला हॉकी खिलाड़ियों को प्रेरणा का स्रोत भी बनती है।

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