बांग्लादेश में फकीर लालन शाह की 129वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म 1774 में हुआ था, हालांकि इसका कोई लिखित अभिलेख मौजूद नहीं हैं। 1890 में उनका निधन हो गया था। वह हिंदू थे लेकिन उनका पालन-पोषण एक मुस्लिम परिवार द्वारा किया गया था, क्योंकि उनके अपने परिवार ने उन्हें छोड़ दिया था।
फकीर लालन शाह के गीतों में मानवतावाद, प्रेम और समानता के बारे में बात की गई है जो धर्म, जाति और सम्प्रदाय की सीमाओं से परे है। उन्होंने 2000 से अधिक गीतों की रचना की है, जो बाउल द्वारा लोकप्रिय थे। बाउल ने उन दिनों बंगाल के ग्रामीण इलाकों और असम के कुछ हिस्सों में घूमते हुए अपने गीत गाए थे। उनके समकालीन गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने उनके कुछ गीतों को प्रसारित और प्रकाशित किया था।
उपरोक्त समाचार से RRB NTPC/IBPS RRB Mains परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- बांग्लादेश की राजधानी: ढाका; मुद्रा: टका; पीएम: शेख हसीना।
स्रोत: द डीडी न्यूज़