फीफा ने आधिकारिक रूप से विश्व कप 2026 के मैस्कॉट्स का अनावरण किया। यह आयोजन 25 सितम्बर 2025 को किया गया। तीनों मैस्कॉट्स अपने-अपने सह-मेज़बान देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं और विश्व कप की एकता, आनंद और वैश्विक उत्सव की भावना को दर्शाते हैं।
क्लच द बाल्ड ईगल – अमेरिका
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प्रतीक: साहस, जिज्ञासा और समावेशिता।
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मैदान पर भूमिका: मिडफील्डर, जो टीम को जोड़कर रखता है और रणनीतिक कौशल दर्शाता है।
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संदेश: अमेरिका की विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि और समरसता।
मेपल द मूस – कनाडा
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प्रतीक: प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता।
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मैदान पर भूमिका: गोलकीपर, जो संरक्षक और शक्ति का प्रतीक है।
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संदेश: कनाडा की स्वागतपूर्ण भावना और दृढ़ता।
ज़ायू द जैगुआर – मेक्सिको
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प्रतीक: दक्षिण मेक्सिको के जंगल, प्राचीन विरासत और रंगीन परंपराएँ।
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मैदान पर भूमिका: स्ट्राइकर, जो रचनात्मक और फुर्तीला है।
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संदेश: फुटबॉल में जुनून और लय।
खास बातें
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पहली बार पुरुषों के वरिष्ठ फीफा विश्व कप में एक से अधिक मैस्कॉट्स पेश किए गए।
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यह निर्णय बहुराष्ट्रीय मेज़बानी प्रारूप और टूर्नामेंट के विस्तार (32 से 48 टीमों) के अनुरूप है।
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फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने कहा – “ये मैस्कॉट्स आनंद, ऊर्जा और एकजुटता की भावना से भरपूर हैं, बिल्कुल विश्व कप की तरह।”


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