केंद्र सरकार ने कच्चे जूट की MSP बढ़ाई

केंद्र सरकार ने 2025-26 विपणन सत्र के लिए कच्चे जूट का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹315 बढ़ाकर ₹5,650 प्रति क्विंटल कर दिया है। यह निर्णय केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया, जिसका उद्देश्य किसानों को उत्पादन लागत पर 66.8 प्रतिशत का लाभ देना है और उन्हें जूट की खेती में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है।

2014-15 से कच्चे जूट के MSP में वृद्धि

2014-15 विपणन सत्र से कच्चे जूट के MSP में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो 2.35 गुना बढ़ चुका है। यह सरकार के उस निरंतर प्रयास को दर्शाता है, जिसमें जूट किसानों को उचित मुआवजा देने और इस महत्वपूर्ण फसल के उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।

2025-26 सत्र के लिए MSP वृद्धि

2025-26 सत्र की MSP वृद्धि उल्लेखनीय है क्योंकि यह 2024-25 सत्र की तुलना में अधिक है, जब MSP ₹285 बढ़कर ₹5,335 प्रति क्विंटल तक पहुंचा था। आगामी सत्र के लिए ₹315 की वृद्धि से जूट उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे भारत में कम जूट उत्पादन की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) का विस्तार

कच्चे जूट के MSP में वृद्धि के अलावा, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) को अगले पांच वर्षों तक जारी रखने की मंजूरी दी है। NHM भारत के स्वास्थ्य ढांचे के विकास का एक प्रमुख स्तंभ रहा है, जो विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है।

NHM की उपलब्धियां

मंत्री पीयूष गोयल ने पिछले दशक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा हासिल किए गए कई ऐतिहासिक मील के पत्थरों को रेखांकित किया। एक प्रमुख उपलब्धि 2021 और 2022 के बीच NHM कार्यबल में लगभग 12 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को जोड़ना थी। इस बड़े विस्तार ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की देश की क्षमता को मजबूत किया है।

इसके अलावा, गोयल ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में NHM की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस दौरान, NHM ने टीकाकरण अभियान, स्वास्थ्य सेवा वितरण, और सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों में अहम योगदान दिया।

पहलू विवरण
समाचार में क्यों? केंद्र ने कच्चे जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) का विस्तार मंजूर किया।
कच्चे जूट के MSP में वृद्धि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कच्चे जूट का MSP ₹315 बढ़ाकर 2025-26 विपणन सत्र के लिए ₹5,650 प्रति क्विंटल कर दिया।
MSP की वृद्धि (2014-15 से 2025-26) 2014-15 से कच्चे जूट के MSP में 2.35 गुना वृद्धि हुई, जो जूट किसानों के लिए सरकार के निरंतर समर्थन को दर्शाती है।
2024-25 के MSP से तुलना 2024-25 में ₹285 की वृद्धि कर MSP ₹5,335 प्रति क्विंटल था, जबकि 2025-26 में वृद्धि ₹315 की गई है, जिससे जूट उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) का विस्तार केंद्रीय मंत्रिमंडल ने NHM को अगले पांच वर्षों तक जारी रखने की मंजूरी दी, जिससे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य ढांचे को समर्थन मिलेगा।
NHM की उपलब्धियां 2021-2022 के बीच NHM में 12 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को जोड़ा गया और कोविड-19 महामारी में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कोविड-19 में प्रमुख भूमिका NHM ने टीकाकरण अभियान, स्वास्थ्य सेवा वितरण, और सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता में अहम योगदान दिया।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्यों मनाया जाता है?

हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…

2 hours ago

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिहास और महत्व

अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…

2 hours ago

संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, कोष, कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां

यूनाइटेड नेशंस (UN) एक बड़े इंस्टीट्यूशनल सिस्टम के ज़रिए काम करता है जिसे UN सिस्टम…

3 hours ago

मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का 73 वर्ष की उम्र में निधन

मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ अधिवक्ता स्वराज कौशल का 4 दिसंबर 2025 को 73…

6 hours ago

Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 प्रतिशत बढ़कर 231 करोड़ हुए

भारत में आधार का उपयोग लगातार तेजी से बढ़ रहा है। नवंबर 2025 में, आधार…

6 hours ago