केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation – CBI) ने एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) पर 22,842 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। एबीजी शिपयार्ड एबीजी समूह की प्रमुख इकाई है। इसने 28 बैंकों और वित्तीय संस्थानों के एक संघ से 22,842 करोड़ रुपये ठगे हैं। यह सीबीआई द्वारा दर्ज अब तक का सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है। मामला 2012-17 की अवधि के दौरान प्राप्त और दुरुपयोग किए गए धन से संबंधित है। एफआईआर में एबीजी शिपयार्ड के तत्कालीन सीएमडी ऋषि अग्रवाल (Rishi Agarwal) का नाम लिया गया है।
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इस कंसोर्टियम का नेतृत्व आईसीआईसीआई बैंक ने किया था। इसमें से ABG शिपयार्ड पर ICICI बैंक का 7,089 करोड़ रुपये, IDBI बैंक का 3,639 करोड़ रुपये, स्टेट बैंक का 2,925 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ बड़ौदा का 1,614 करोड़ रुपये और पंजाब नेशनल बैंक का 1,244 करोड़ रुपये बकाया है। इन बैंकों द्वारा दिए गए धन का उपयोग एबीजी शिपयार्ड के अधिकारियों द्वारा अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसके लिए उन्हें दिया गया था और वे धन के दुरूपयोग, दुर्विनियोजन और आपराधिक विश्वासघात में लगे हुए थे। मेसर्स अर्न्स्ट एंड यंग एल.पी (M/s Ernst & Young LP) द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- एबीजी शिपयार्ड मुख्यालय: मुंबई;
- एबीजी शिपयार्ड की स्थापना: 1985।