ब्राजील की माइक्रोबायोलॉजिस्ट मारियांगेला हुनग्रिया को 2025 का प्रतिष्ठित वर्ल्ड फूड प्राइज़ (World Food Prize) से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Biological Nitrogen Fixation) पर उनके क्रांतिकारी शोध के लिए दिया गया है। इस प्राकृतिक प्रक्रिया से फसलों की वृद्धि के लिए रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता घटती है। उनके शोध ने ब्राजील को दुनिया का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक देश बनने में मदद की है और पर्यावरण-संवेदनशील खेती को बढ़ावा दिया है।
क्यों हैं ख़बरों में?
मारियांगेला हुनग्रिया को यह पुरस्कार उस समय मिला है जब वैश्विक कृषि को दोहरी चुनौती का सामना है —
-
बढ़ती खाद्य मांग
-
पर्यावरणीय क्षरण और जलवायु परिवर्तन से निपटना
उनकी नवोन्मेषी तकनीक, जो मिट्टी में मौजूद जीवाणुओं की मदद से प्राकृतिक नाइट्रोजन स्थिरीकरण को बढ़ावा देती है, वैश्विक स्तर पर सतत कृषि समाधानों की ओर एक कदम है।
उद्देश्य और लक्ष्य
-
कृषि में रासायनिक नाइट्रोजन उर्वरकों की निर्भरता कम करना
-
जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण को एक प्राकृतिक और पर्यावरण-हितैषी विकल्प के रूप में बढ़ावा देना
-
विशेष रूप से सोयाबीन उत्पादन में टिकाऊ तरीकों से फसल वृद्धि को बढ़ाना
-
मिट्टी की गुणवत्ता सुधारना और रासायनिक प्रदूषण को घटाना
पृष्ठभूमि
-
वर्ल्ड फूड प्राइज़ की स्थापना 1987 में नोबेल पुरस्कार विजेता नॉर्मन बोरलॉग ने की थी
-
यह पुरस्कार वैश्विक खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है
-
मारियांगेला हुनग्रिया ने 40 वर्षों से अधिक समय तक बीज और मिट्टी उपचार पर शोध किया है
-
उनका विशेष ध्यान मिट्टी के जीवाणुओं का उपयोग कर फसलों के लिए प्राकृतिक नाइट्रोजन उपलब्ध कराने पर रहा है
प्रमुख योगदान
-
ऐसे तरीके विकसित किए जिनसे मिट्टी के जीवाणु नाइट्रोजन को स्थिर कर सकें, जिससे रासायनिक उर्वरकों की जरूरत कम हो गई
-
ब्राजील के किसानों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर इन तकनीकों को लागू किया
-
सोयाबीन के साथ-साथ गेहूं, मक्का और सेम जैसी फसलों में भी इसका उपयोग हुआ
-
यह तकनीक मिट्टी की उर्वरता को बेहतर बनाती है और वनों की कटाई की आवश्यकता को भी कम करती है
चुनौतियाँ और संदर्भ
-
शुरुआत में किसान उर्वरकों के बिना पैदावार घटने को लेकर आशंकित थे
-
ब्राजील को सोयाबीन विस्तार के चलते वनों की कटाई के लिए आलोचना झेलनी पड़ी
-
हुनग्रिया ने पर्यावरण संतुलन के साथ कृषि उत्पादन को बढ़ाने का मॉडल प्रस्तुत किया
महत्व
-
कृषि उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाने वाला टिकाऊ मॉडल प्रस्तुत किया
-
उर्वरकों के उपयोग से होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी की राह खोली
-
प्राकृतिक संसाधनों को क्षतिग्रस्त किए बिना खाद्य सुरक्षा को मज़बूत किया