लेखक फैसल फारूकी द्वारा भारतीय सिनेमा के महान अभिनेता दिलीप कुमार पर एक नई किताब प्रकाशित की गई है। पुस्तक का शीर्षक “इन द शैडो ऑफ ए लीजेंड: दिलीप कुमार” है। 7 जुलाई 2021 को दिलीप कुमार का निधन हो गया था। फारूकी माउथशट डॉट कॉम के संस्थापक और सीईओ हैं, जो भारत के प्रमुख रिव्यू और रेटिंग प्लेटफॉर्म में से एक है।
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पुस्तक का सार:
- बता दें कि फैसल फारूकी ने दिलीप कुमार पर एक किताब लिखी है, जिसका नाम है, ‘दिलीप कुमार-इन द शैडो ऑफ ए लीजेंड’। इसमें फारुकी ने दिलीप साहब की 1944 में आई पहली फिल्म ‘ज्वार भाटा’ का जिक्र किया है।
- उन्होंने बताया है कि उस वक्त दिलीप साहब को उनके मूल नाम यानी यूसुफ खान से जाना जाता था। उन्होंने फिल्मों में आने के बाद अपना नाम बदलकर दिलीप कुमार किया था। जब ‘ज्वार भाटा’ आई तो इसके पोस्टर पर दिलीप कुमार की तस्वीर थी।
- लेखक पुस्तक में, दिलीप कुमार: इन द शैडो ऑफ ए लीजेंड, अभिनेता के एक अंतरंग चित्र को चित्रित करता है, जो उनके शानदार जीवन के कुछ अल्पज्ञात उपाख्यानों पर प्रकाश डालता है।
- यह किताब बड़े पर्दे से दूर असली दिलीप कुमार को हमारे सामने लाती है, जिसने उन्हें अपने प्रशंसकों के लिए इतना प्रिय व्यक्ति बना दिया। दिलीप कुमार एक अभिनेता से कहीं अधिक थे, जिसका हम इतने वर्षों से सम्मान करते आए हैं।
- इस किताब के ही मुताबिक एक बार दिलीप कुमार ने कहा था कि यह पहली बार था जब उनके पिता ने उन पर हाथ उठाया था। इससे पहले वह कभी गुस्सा भी नहीं हुए थे।