आईसलैंड दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने कंपनियों से इस बात का सबूत देने के लिए कहा है कि वे कर्मचारियों को लिंग, सेक्शुएलिटी या राष्ट्रीयता में बिना फर्क किए समान वेतन देती हैं.
आईसलैंड ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ऐसे कानून की घोषणा की है जिससे 25 या अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों को समान वेतन देने का सर्टिफिकेट देना होगा.
आईसलैंड ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ऐसे कानून की घोषणा की है जिससे 25 या अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों को समान वेतन देने का सर्टिफिकेट देना होगा.
स्रोत – न्यू इंडियन एक्सप्रेस