नासा 2024 में आर्टेमिस प्रोग्राम के तहत चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की तैयारी कर रही है। चंद्रमा पर वैज्ञानिकों को उतारने के लिए नासा का मिशन अब आखिरी चरण में है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर 13 संभावित लैंडिंग साइटों की पहचान की है, जहां पर नासा अपने वैज्ञानिकों को उतारने की योजना बना रहा है। इन क्षेत्रों का चयन वैज्ञानिक उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया गया है।
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नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास 13 संभावित क्षेत्र की पहचान की है और इस प्रत्येक क्षेत्र में आर्टेमिस III के लिए कई संभावित लैंडिंग साइट हैं, जो कि चंद्रमा की सतह पर चालक दल को लाने के लिए आर्टेमिस मिशनों में से पहला होगा। नासा के इस मिशन में पहली बार महिला स्पेस यात्री भी शामिल हैं। इससे पहले साल 1969 से 1972 के बीच नासा ने कई अपोलो मिशन चांद पर भेजे थे।
नासा ने जिन लैंडिंग क्षेत्र के नामों की घोषणा की है, उनके नाम फॉस्टिनी रिम ए, शेकलटन के पास चोटी, कनेक्टिंग रिज, कनेक्टिंग रिज एक्सटेंशन, डे गेर्लाचे रिम 1, डे गेर्लाचे रिम 2, डे गेर्लाचे-कोचर मासिफ, हॉवर्थ, मालापर्ट मासिफ, लाइबनिट्ज बीटा पठार, नोबेल रिम 1, नोबेल रिम 2 और अमुंडसेन रिमो हैं।
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