भारतीय नौसेना (Indian Navy) की महिला पायलट्स ने इतिहास रच दिया। भारतीय नौसेना की ऑल विमने क्रू सदस्यों (All Women Crew Members) ने Donear 228 विमान के ज़रिए उत्तरी अरब सागर का निगरानी मिशन (Surveillance Mission) पूरा किया। भारतीय नौसेना ने ये जानकारी दी. पोरबंदर, गुजरात स्थित आईएनएस 314 नेवल स्क्वाड्रन की पांच महिलाओं ने नारी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए उत्तरी अरब सागर में मेरीटाइम रुकॉनोसेंस ऐंड सर्वेलेंस मिशन पूरा किया।
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अरब सागर पर समुद्री निगरानी मिशन के बारे में:
- रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इस ऐतिहासिक उड़ान की तैयारी के लिए महिला अधिकारियों को व्यापक मिशन ब्रीफिंग और महीनों के जमीनी प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा।
- फ्रंटलाइन नेवल एयर स्क्वाड्रन INAS 314 गुजरात के पोरबंदर में तैनात है।
- महिला अफ़सरों की कई महीनों तक ग्राउंड ट्रेनिंग हुई। अफ़सरों को रन-अप सॉर्टी में मिशन ब्रीफ़िंग्स भी मिलती रही।
- कमांडर मधवाल के अनुसार, ये अपने तरह की पहली मिलिट्री फ़्लाइंग थी और इसके बाद नौसेना में महिलाओं के लिए नए रास्ते खुलेंगे।
- 2018 में भारतीय नौसेना की महिलाओं ने समंदर में 8 महीने यानि 254 दिन की यात्रा की।
- आईएनएसवी तारिणी के ज़रिए इन महिलाओं ने 4 महाद्वीप और 5 देशों का सफ़र किया।
- लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में महिला अफ़सरों ने दुनिया के चारों तरफ़ सेलिंग सर्कमनैविगेशन एक्सपीडिशन पूरा किया था।