बुधवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के संस्थापक विधान से रूस के हस्ताक्षर अलग करने वाले आदेश को मंजूरी दे दी है. रूस का कहना है कि न्यायालय अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहा है.
रूस ने साल 2000 में रोम विधान पर हस्ताक्षर किया था, जिससे आईसीसी की स्थापना हुई थी लेकिन उसने कभी भी इसकी पुष्टि (Ratifify) नहीं की. यह दुनिया की पहला स्थायी युद्ध अपराध न्यायालय है.
रूस ने साल 2000 में रोम विधान पर हस्ताक्षर किया था, जिससे आईसीसी की स्थापना हुई थी लेकिन उसने कभी भी इसकी पुष्टि (Ratifify) नहीं की. यह दुनिया की पहला स्थायी युद्ध अपराध न्यायालय है.
स्रोत – दि हिन्दू