रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित, तीन नौसेना प्रणालियों को भारतीय नौसेना सौंपा.
भारतीय नौसेना को दी गई नौसेना प्रणाली में, USHUS-II पनडुब्बीय सोनार, पतवार घुड़सवार सोनार सरणी के लिए गियर निर्देशन और जहाज अनुप्रयोगों के लिए जरूरी नेविगेशन प्रणाली हैं. सोनार्स पानी पर या पानी के नीचे वस्तुओं का पता लगाता है और नवीनतम सिस्टम से नौसेना के नेविगेशन और संचार नेटवर्क को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने की उम्मीद है.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य :
- DRDO की फुल फॉर्म रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) है.
- DRDO का मुख्यालय नई दिल्ली में है.
- DRDO की स्थापना 1958 में हुई थी.
- DRDO के चेयरमैन एस क्रिस्टोफर हैं.
- भारतीय नौसेना के नौसेना स्टाफ (सीएनएस) के प्रमुख सुनील लांबा हैं.
- भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली हैं.
स्रोत – दि हिन्दू



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