Categories: Uncategorized

महाराष्ट्र फ्लाई एश उपयोगिता नीति अपनाने वाला पहला भारतीय राज्य बना

महाराष्ट्र 15 नवंबर 2016 को फ्लाई एश उपयोगिता नीति अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया. यह नीति कचरे से पैसा बनाकर और पर्यावरण संरक्षण द्वारा समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगी. नीति के अनुसार, ताप विद्युत संयंत्रों और बायोगैस संयंत्रों से पैदा होने वाले शत–प्रतिशत फ्लाई ऐश का उपयोग निर्माण गतिविधियों जैसे ईंट, ब्लॉक, टाइलें, दीवार के पैनल, सीमेंट और अन्य निर्माण संबंधी सामग्रियों को बनाने में किया जाएगा.

फ्लाई एश – फ्लाई एश कोयला दहन उत्पादों में से एक है. यह ईंधन गैसों के साथ बॉयलर से बाहर निकलने वाला बारीक कणों से मिल कर बनता है.
स्रोत – डेली न्यूज एंड एनालिसिस
admin

Recent Posts

RBI ने सहकारी बैंकों पर लगाया मौद्रिक जुर्माना

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में विभिन्न नियामक उल्लंघनों के लिए कई सहकारी…

3 mins ago

टी20 विश्व कप में अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका का प्रायोजक होगा अमूल

भारतीय दुग्ध उत्पाद निर्माता अमूल जून में टी20 विश्व कप के दौरान अमेरिका और दक्षिण…

31 mins ago

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: 3 मई

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हर साल 3 मई को मनाया जाता है. विश्वभर में यह…

43 mins ago

भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं कण्ठमाला के मामले, जानें क्या है लक्षण, कारण और बचाव के तरीके

कण्ठमाला एक वायरल बीमारी है जो मम्प्स वायरस के कारण होती है, जो पैरामाइक्सोवायरस परिवार…

19 hours ago

भारतीय सेना और पुनीत बालन ग्रुप ने पुणे में बनाया पहला संविधान गार्डन

भारतीय सेना और पुनीत बालन समूह ने पुणे में देश के पहले संविधान पार्क का…

20 hours ago

भारत 46वीं अंटार्कटिक संधि सलाहकार बैठक की मेजबानी करेगा

भारत 20 से 30 मई, 2024 तक कोच्चि, केरल में 46वीं अंटार्कटिक संधि सलाहकार बैठक…

20 hours ago