रॉयल एनफील्ड और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने हिमालय से शुरू होकर भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और उसकी रक्षा करने के लिए हाथ मिलाया है। कार्यक्रम को पश्चिमी हिमालय और उत्तर पूर्वी क्षेत्र में सांस्कृतिक विरासत (ICH) प्रथाओं के एक अनुभवात्मक और रचनात्मक प्रदर्शन के रूप में तैयार किया गया है। इसमें एक प्रदर्शनी, पैनल चर्चा, फिल्म स्क्रीनिंग, प्रदर्शन और व्याख्यान-प्रदर्शन शामिल हैं।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
चार दिवसीय कार्यक्रम में आदिल हुसैन, पीटर डी’अस्कोली, सोनम दुबल, रीता बनर्जी, मल्लिका विर्दी और त्सेवांग नामगेल जैसे सामाजिक विकास क्षेत्र के प्रख्यात कलाकार, डिजाइनर, शेफ, मिक्सोलॉजिस्ट, संगीतकार, अभिनेता, फोटोग्राफर और दिग्गज यांगडुप लामा, निलजा वांगमो और अनुमित्र घोष शामिल होंगे।
विश्व स्तर पर और भारत में अपने चल रहे कार्यक्रम के हिस्से के रूप में यूनेस्को भारत की सांस्कृतिक विरासत की पहचान, दस्तावेज और संरक्षण के लिए आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है, जो उन 178 देशों में से एक है जिसने 2003 में सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए यूनेस्को कन्वेंशन को अपनाया है। दोनों पक्षों ने यह भी कहा कि सांस्कृतिक विरासत सीधे आजीविका से जुड़ी हुई है।
दरअसल, टिकाऊ विकास के लिए 2030 एजेंडा यह मानता है कि संस्कृति आर्थिक विकास, खपत और उत्पादन और स्थायी बस्तियों के विकास में योगदान कर सकती है। आज, भारत के 14 तत्व यूनेस्को की मानवता की सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में अंकित हैं। रॉयल एनफील्ड का लक्ष्य 2030 तक स्थायी जीवन पद्धतियों को अपनाने के लिए 100 हिमालयी समुदायों के साथ साझेदारी करना है।
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस, जो प्रतिवर्ष 16 मार्च को मनाया जाता है, भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य…
फिट इंडिया कार्निवल – एक अनोखा तीन दिवसीय फिटनेस और वेलनेस कार्यक्रम – का उद्घाटन…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देवेंद्र प्रधान का…
स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, दिल्ली सरकार…
प्रसिद्ध ओडिया कवि और पूर्व आईएएस अधिकारी रमाकांत रथ का 90 वर्ष की आयु में…
रायसीना डायलॉग भारत का प्रमुख भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक सम्मेलन है, जो विश्व के सबसे ज्वलंत…