स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ उनेक संघर्ष और दुनिया भर में स्कूली बच्चों के साथ एक मुहिम शुरू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही कैमरून की 15 वर्षीय शांति कार्यकर्ता डिविना मलौम को भी जिहादी समूह बोको हराम के खिलाफ उनकी संघर्ष की भवना और ‘‘शांतिपूर्ण संघर्ष’’ के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पुरस्कार भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ता और 2014 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा प्रदान किए गए। इस पुरस्कार समारोह का आयोजन डच किड्स राइट ऑर्गनाइजेशन द्वारा किया गया।
स्रोत: द इकोनॉमिक टाइम्स