बेल्जियम के फॉरवर्ड एडेन हजार्ड ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा की। एक हफ्ते पहले ही टीम फीफा विश्व कप से बाहर हो गयी थी। इस 31 साल के विंगर ने 2008 में 17 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय टीम के लिये पदार्पण किया था। उन्होंने टीम के लिये 126 मैच खेले और 33 गोल दागे। फीफा वर्ल्ड कप 2022 में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने वाली टीमों के खिलाड़ियों के संन्यास लेने का सिलसिला शुरू हो गया है।
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हजार्ड के संन्यास के साथ ही बेल्जियम के गोल्डन जनरेशन के अंत की शुरुआत हो गई है। 2006 और 2010 वर्ल्ड कप के लिए टीम क्वालीफाई भी नहीं कर पाई थी। लेकिन पिछले दो फीफा वर्ल्ड कप में बेल्जियम की टीम अपने ग्रुप में टॉप पर रही। टीम में हजार्ड के अतिरिक्त केविन डी ब्रूइन, रोमेलू लूकाकू और थिबाउट कोर्टियस जैसी खिलाड़ी आए। साल 2014 में टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची। साल 2018 में हुए टूर्नामेंट में टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। जहां उसे फ्रांस से हार मिली थी। तीसरे स्थान के मुकाबले में टीम ने इंग्लैंड को 2-0 से हराया था। हजार्ड ने इस मुकाबले में गोल भी किया था।
बेल्जियम की टीम
बेल्जियम की टीम क्रोएशिया से गोल रहित ड्रॉ के बाद विश्व कप से बाहर हो गयी थी जबकि क्रोएशिया की टीम ग्रुप एफ में मोरक्को के बाद दूसरे स्थान पर रहने से अगले दौर में पहुंची थी। अपने ग्रुप में टीम तीसरे नंबर पर रही और नॉकआउट के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई। हजार्ड ग्रुप चरण में गोल करने में विफल रहे।