SBI और LIC सहित लगभग दो दर्जन बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने 500 करोड़ रुपये के ब्रैकेट के तहत दबावग्रस्त संपत्तियों के त्वरित निपटान को तेज करने के लिए महत्वपूर्ण अंतर-ऋणदाता समझौता(ICA) फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर किये है.फ्रेमवर्क परियोजना सशक्त(SASHAKT) का हिस्सा है,जोकि डूबंत बैंक पर PNB के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष सुनील मेहता की अध्यक्षता में समिति द्वारा तैयार और जमा की गयी रिपोर्ट है.
ICA का उद्देश्य दबावग्रस्त संपत्तियों का तेजी से और त्वरित निपटान करना है, और यह मुख्य रूप से 50 करोड़ से 500 करोड़ ब्रैकेट में NPAs पर केंद्रित होगा. फ्रेमवर्क 500 से 2,000 करोड़ या उससे अधिक की दबावग्रस्त परिसंपत्तियों को अलग-अलग रूप से निपटान करेगा. समझौते से ऋणदाताओं को शीघ्रता से आगे बढ़ने और उनके की ब्याज रक्षा करने में भी सक्षम किया जाएगा.
स्रोत – द मनीकण्ट्रोल