बांग्लादेश और भारत ने अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और क्षेत्रीय मुद्रा और व्यापार को मजबूत करने के उद्देश्य से रुपये में व्यापार लेनदेन शुरू किया है। यह द्विपक्षीय व्यापार समझौता बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो किसी विदेशी देश के साथ व्यापार समझौते के लिए अमेरिकी डॉलर से आगे बढ़ रहा है।
रुपयों में व्यापार समझौता: एक ऐतिहासिक कदम
बांग्लादेश बैंक के गवर्नर अब्दुर रउफ तालुकदार ने रुपये में व्यापार निपटान की शुरुआत को “एक महान यात्रा में पहला कदम” बताया है। यह कदम भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी लाभ को बढ़ावा देते हुए विकास और आर्थिक सहयोग का प्रतीक है।
कम लेनदेन लागत और दोहरी मुद्रा कार्ड
- टका-रुपया दोहरी मुद्रा कार्ड के सितंबर से लॉन्च होने की उम्मीद है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार में और आसानी होगी।
- दोहरी मुद्रा कार्ड भारत के साथ व्यापार के दौरान लेनदेन लागत को कम करने, व्यापारियों के लिए सुविधा बढ़ाने और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा।
क्यों लिया भारत के साथ रुपये में व्यापार करने का फैसला?
रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद बंगलादेश लगातार डॉलर की कमी का सामना कर रहा है। इस कारण उसका विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर सात साल के निचले स्तर 31.60 अरब डॉलर को छू गया है। इस कारण बंगलादेश की मुद्रा भी लगातार गिरती जा रही है।
भारत-बंगलादेश के बीच विदेशी व्यापार कितना है?
चीन के बाद भारत से बंगलादेश का सबसे अधिक आयात करता है। पिछले साल की शुरुआत से जून 2022 तक बंगलादेश ने भारत से 13.69 अरब डॉलर का आयात किया था, जबकि भारत ने बंगलादेश से 2 अरब डॉलर का आयात किया था।
बॉर्डर हट के साथ होता है कारोबार
बांग्लादेश और भारत कुछ क्षेत्रों में अर्ध-औपचारिक तरीके से सीमा व्यापार करते हैं, जिन्हें ‘बॉर्डर हट’ कहा जाता है। इसमें दोनों देशों की मुद्राओं का आदान-प्रदान सीमित पैमाने पर होता है। अधिकारियों ने कहा कि औपचारिक व्यवस्था के तहत अब से दोनों देशों के बीच शुरुआत में व्यापार रुपये में होगा और व्यापार अंतर कम होने पर धीरे-धीरे बांग्लादेशी मुद्रा टका में कारोबार किया जाएगा।
नोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति
बांग्लादेश और भारत के बैंकों को विदेशी मुद्रा लेनदेन के उद्देश्य से नोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी गई है। नोस्ट्रो खाते दूसरे देश के बैंक में खोले गए खाते होते हैं। अधिकारियों ने कहा कि लेनदेन की दर बाजार की मांग और प्रक्रिया में शामिल बैंकों के अनुरूप निर्धारित की जाएगी।
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