एशियन गेम्स 2023 में भारत की झोली में एक और गोल्ड आया है। टेबल टेनिस में रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले की जोड़ी ने मिक्स डबल्स इवेंट में भारत को गोल्ड दिलाया है। भारतीय जोड़ी ने फाइनल में ताईपे जोड़ी को 2-6, 6-3, 10-4 से शिकस्त दी। भारतीय जोड़ी ने फाइनल मुकाबले का पहला सेट गंवा दिया था। हालांकि फिर दूसरे सेट में रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने शानदार वापसी की और अंत में सुपर टाई ब्रेक में मुकाबला जीता।
रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले की भारतीय जोड़ी को पहले सेट करारी शिकस्त मिली। उन्हें ताइपे की जोड़ी ने 6-2 से हराया। इसके बाद दूसरे सेट में भारतीय जोड़ी ने शानदार वापसी की और एन-शुओ लियांग और त्सुंग-हाओ हुआंग की ताईपे जोड़ी को 10-4 से हराकर मुकाबले में 1-1 से बराबरी कर ली। फिर दोनों के बीच फैसला सुपर टाई ब्रेक में हुआ, जिसमें रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने 10-4 का शानदार स्कोर करते हुए टेनिस के मिक्स डबल्स इवेंट में इतिहास रचा और भारत को एशियाई खेलों में एक और गोल्ड दिलवाया।
यह 19वें एशियन गेम्स में भारत का 9वां गोल्ड है। इस गोल्ड मेडल के साथ भारत के ओवरऑल मेडल्स की संख्या बढ़कर 35 पहुंच गई है, जिसमें 13 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज भी शामिल हैं। यह सातवें दिन भारत का पहला गोल्ड मेडल था।
मुख्य बिंदु
- रोहन बोपन्ना ने मैच की शुरुआत शानदार सर्विस गेम से की। हालाँकि, त्सुंग-हाओ हुआंग और लियांग एन-शुओ ने लगातार दो ब्रेक जीते और अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए 5-1 से बढ़त बना ली और अंततः पहला सेट 6-2 से जीत लिया।
- रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने दूसरे सेट में अच्छा संघर्ष किया और शुरुआती सात गेमों में दोनों टीमों के बीच कोई अंतर नहीं था। हालाँकि, भारतीय जोड़ी ने आठवें गेम में निर्णायक ब्रेक के साथ बराबरी कर ली और सेट 6-3 से जीतकर मैच टाई ब्रेक की स्थिति पैदा कर दी।
- रुतुजा भोसले ने अपना पहला एशियाई खेलों में पदक जीता, जबकि रोहन बोपन्ना ने जकार्ता 2018 में अपना स्वर्ण पदक जोड़ा। पुरुष युगल स्पर्धा में रजत के बाद, एशियाई खेलों 2023 में टेनिस में यह भारत का दूसरा पदक था।
- भारत ने अब एशियाई खेलों में मिश्रित युगल वर्ग में तीन स्वर्ण सहित सात पदक जीते हैं। दोहा 2006 में लिएंडर पेस-सानिया मिर्ज़ा और इंचियोन 2014 में साकेत माइनेनी-सानिया मिर्ज़ा अन्य मिश्रित युगल चैंपियन हैं।