पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मेटीरियल्स के लिए अंतरराष्ट्रीय उन्नत शोध केंद्र (ARCI) और
तिरुअनंतपुरम के श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (SCTIMST) ने संयुक रूप से
मानव शरीर में इस्तेमाल होने योग्य स्वाभाविक रूप से
बायोडिग्रेडेबल धातु का इम्प्लांट बनाने के लिए
लौह- मैंगनीज से युक्त उन्नत मिश्र धातु को विकसित किया है।
नव विकसित मिश्र धातु
बायोडिग्रेडेबल स्टेंट और आर्थोपेडिक सामग्री अभी इस्तेमाल हो रहे धातुओं के इम्प्लांट का बेहतर विकल्प हैं। Fe, मैग्नीशियम (Mg), जिंक (Zn), और पॉलिमर जैसी बायोडिग्रेडेबल सामग्रियां उपचारात्मक प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं और फिर मानव शरीर में कोई इम्प्लांट अवशेष छोड़े बिना शरीर की संरचना को बरकरार रखते हुए धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं।
श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में वैज्ञानिकों की टीम द्वारा इनविवो और इन-विट्रो अध्ययन की योजना बनाई जा रही है। ARCI टीम ने
व्यास -2 फीट (मिमी), लंबाई- 12 मिमी और दीवार की मोटाई- 175 माइक्रोमीटर (µm) के आकार के नए Fe-Mn आधारित बायोडिग्रेडेबल मिश्र धातुओं और स्टेंट को बनाने में दोनों पारंपरिक मेल्टिंग और पाउडर मेटलर्जी तकनीक का इस्तेमाल किया है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए
महत्वपूर्ण तथ्य-
- ARCI मुख्यालय: हैदराबाद, तेलंगाना.
- ARCI अध्यक्ष: डॉ अनिल काकोडकर.
- ARCI के निदेशक: डॉ. जी. पद्मनाभम.
- SCTIMST मुख्यालय: तिरुवनंतपुरम, केरल.
- SCTIMST अध्यक्ष: डॉ. विजय कुमार सारस्वत.
- SCTIMST निदेशक: डॉ. आशा किशोर.