भारत के कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने कृषि निर्यातकों को बेहतर समर्थन देने और निर्यात प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए पटना (बिहार), रायपुर (छत्तीसगढ़) और देहरादून (उत्तराखंड) में तीन नए क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की घोषणा की है। यह कदम उन क्षेत्रों तक संस्थागत पहुँच बढ़ाने के लिए उठाया गया है जहाँ अब तक निर्यातकों को सीमित सहायता मिल पाती थी।
एपीडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
वर्तमान में इसके मुंबई, बेंगलुरु, कोच्चि, भोपाल, वाराणसी, श्रीनगर, जम्मू, लद्दाख और गुवाहाटी सहित 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
नए कार्यालय पूर्वी और मध्य भारत के कृषि उत्पादक राज्यों को विशेष लाभ देंगे, जिनमें उच्च निर्यात क्षमता तो है पर संस्थागत ढांचा कमज़ोर रहा है।
निर्यातकों के लिए शिपमेंट और दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को सरल बनाएँगे।
तकनीकी सहयोग, क्षमता निर्माण और निर्यात से जुड़ी मार्गदर्शिका तक आसान पहुँच देंगे।
फल, सब्ज़ी, अनाज, दालें और जैविक उत्पादों के निर्यात में योगदान देने वाले क्षेत्रों को प्रोत्साहन मिलेगा।
स्थानीय किसानों और निर्यातकों को दूरस्थ कार्यालयों पर निर्भर हुए बिना सीधे एपीडा सेवाओं का लाभ मिलेगा।
कृषि निर्यात अवसंरचना और उद्योगों का विकास।
निर्यातकों का पंजीकरण और राष्ट्रीय डाटाबेस का रखरखाव।
पैकेजिंग, लेबलिंग और ट्रेसेबिलिटी के लिए गुणवत्ता मानक तय करना।
विपणन पहल, व्यापार मेलों और ख़रीदार-विक्रेता बैठकों का आयोजन।
पटना – अनाज, लीची, आम और सब्ज़ी उत्पादन का प्रमुख केंद्र, जहाँ कटाई के बाद संरचना की बड़ी आवश्यकता है।
रायपुर – छत्तीसगढ़ के धान क्षेत्र और आदिवासी कृषि उत्पादों को व्यापक बाज़ार से जोड़ेगा।
देहरादून – उत्तराखंड के जैविक और बागवानी उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय निर्यात से जोड़ने में सहायक होगा।
इन नए कार्यालयों के साथ एपीडा का विस्तार भारत के कृषि निर्यात को दोगुना करने और क्षेत्रीय समावेशन को बढ़ावा देने के लक्ष्य के अनुरूप है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]भारत में डिजिटल इंडिया को बड़ा प्रोत्साहन देते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY)…
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45ZL के तहत भारत की मौद्रिक नीति समिति…
भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, ऑस्ट्रेलिया की…
सिर्फ 29 साल की उम्र में लुवाना लोप्स लारा (Luana Lopes Lara) ने दुनिया की…
हर साल विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को मनाया जाता है। मृदा को आम बोलचाल…
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस हर साल 5 दिसंबर को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम…