पर्यावरण जागरूकता और संरक्षण प्रयासों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कर्नाटक सरकार ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को राज्य वन विभाग और वन्यजीव संरक्षण का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। कुंबले न केवल क्रिकेट में अपनी उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में पूर्व योगदान के लिए भी प्रसिद्ध हैं। उनकी यह नियुक्ति राज्य की समृद्ध जैव विविधता की रक्षा के लिए जनभागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक प्रेरक कदम मानी जा रही है।
क्यों है समाचारों में?
27 मई 2025 को पर्यावरण मंत्री ईश्वर बी. खांड्रे के नेतृत्व में कर्नाटक वन विभाग ने अनिल कुंबले को आधिकारिक एंबेसडर नियुक्त किया।
कुंबले ने यह भूमिका बिना किसी मानधन (honorarium) के स्वीकार की, जो उनके समर्पण को दर्शाता है।
यह घोषणा बेंगलुरु में प्रमुख वन पुनः प्राप्ति और हरित क्षेत्र विकास पहलों के बीच की गई।
नियुक्ति की मुख्य बातें:
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अनिल कुंबले बने कर्नाटक वन विभाग के ब्रांड एंबेसडर।
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वनों के संरक्षण, वृक्षारोपण, पेड़ संरक्षण और वन्यजीव सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
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पूर्व में कर्नाटक वन्यजीव बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
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इस भूमिका के लिए कोई मानधन नहीं लिया।
सरकारी संरक्षण पहलें:
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पिछले दो वर्षों में बेंगलुरु में 128 एकड़ अतिक्रमित वन भूमि को मुक्त कराया गया।
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पूरे कर्नाटक में 1,205 अतिक्रमण मामलों में 6,251.31 एकड़ भूमि पुनः प्राप्त।
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येलहंका के पास 153 एकड़ क्षेत्र में शहरी उद्यान (urban park) विकसित करने का निर्णय लिया गया है (जहां पहले यूकेलिप्टस का रोपण था)।
महत्व और पृष्ठभूमि:
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अनिल कुंबले एक प्रतिष्ठित जन-प्रतिनिधि हैं, जिनका पर्यावरण संरक्षण में पिछला योगदान रहा है।
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कर्नाटक कई राष्ट्रीय उद्यानों और बाघ अभयारण्यों सहित समृद्ध जैव विविधता वाला राज्य है।
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उनका यह दायित्व खासकर युवाओं को वन विभाग और जैव विविधता संरक्षण से जोड़ने में सहायक होगा।
उद्देश्य:
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टिकाऊ पर्यावरणीय व्यवहार को प्रोत्साहित करना।
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वन विभाग के फ्रंटलाइन कर्मचारियों के कल्याण और विकास को समर्थन देना।
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सामाजिक मीडिया और प्रचार अभियानों के माध्यम से नागरिकों को वनस्पति और जीव-जंतु संरक्षण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना।