नीआईआईटी यूनिवर्सिटी (NU) ने अमिताभ कांत को अपना नया चांसलर (अध्यक्ष) नियुक्त किया है, जो 10 मार्च 2025 से पदभार संभालेंगे। पूर्व नीति आयोग के सीईओ और भारत के G20 शेरपा रहे कांत की यह नियुक्ति एक रणनीतिक नेतृत्व परिवर्तन का संकेत देती है, जिससे आर्थिक सुधार, नीति निर्माण और प्रौद्योगिकी-आधारित नवाचार में उनके व्यापक अनुभव का लाभ मिलेगा। कांत, प्रख्यात वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन का स्थान लेंगे, जिनके कार्यकाल ने NU की प्रगति और प्रतिष्ठा को मजबूत किया। उद्योग-समर्पित शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष जोर देते हुए, NU का लक्ष्य उनके नेतृत्व में भविष्य के लिए तैयार पेशेवरों को तैयार करना है।
मुख्य विशेषताएं
नई नियुक्ति
- अमिताभ कांत को NIIT विश्वविद्यालय का चांसलर (अध्यक्ष) नियुक्त किया गया।
- प्रभावी तिथि: 10 मार्च 2025।
- वे प्रख्यात वैज्ञानिक श्री के. कस्तूरीरंगन का स्थान लेंगे।
नियुक्ति का महत्व
- उद्योग-केंद्रित शिक्षा में NU के दृष्टिकोण में एक रणनीतिक बदलाव।
- नीति निर्माण, आर्थिक विकास और प्रौद्योगिकी नवाचार में श्री कांत के अनुभव का लाभ मिलेगा।
अमिताभ कांत की योग्यताएँ और प्रमुख योगदान
नीति आयोग के सीईओ (2016–2022)
- प्रमुख राष्ट्रीय पहलों की शुरुआत की:
- अटल इनोवेशन मिशन (AIM)।
- आकांक्षी जिला कार्यक्रम।
- राष्ट्रीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यक्रम।
- प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों का नेतृत्व किया:
- मेक इन इंडिया।
- स्टार्टअप इंडिया।
- व्यवसाय करने में सुगमता (Ease of Doing Business) सुधार।
भारत के G20 शेरपा (2023)
- वैश्विक आर्थिक नीति निर्धारण में भारत की भूमिका को सुदृढ़ किया।
नवाचार और कौशल विकास के प्रति प्रतिबद्धता
- अमिताभ कांत ने विश्वविद्यालयों की भूमिका को भविष्य के लिए तैयार प्रतिभाओं के विकास में महत्वपूर्ण बताया।
- NU के उद्योग-समर्थित शिक्षा मॉडल और कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया।
- विश्वविद्यालय के 700+ उद्योग भागीदार, जिनमें IBM, TCS, मोर्गन स्टेनली और डेलॉइट शामिल हैं।
- छात्रों के लिए 100% प्लेसमेंट रिकॉर्ड हासिल किया।
नेतृत्व का दृष्टिकोण
- NU के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश गोपालन ने श्री कांत का स्वागत किया और कहा कि उनका नेतृत्व विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और उद्योग समावेशन पर केंद्रित रहेगा।
- विश्वविद्यालय ने श्री के. कस्तूरीरंगन के प्रति आभार प्रकट किया, जिन्होंने NU को नवाचार और उद्योग-आधारित शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनाने में योगदान दिया।
श्रेणी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | अमिताभ कांत को NIIT विश्वविद्यालय का चांसलर नियुक्त किया गया |
पिछला पद | नीति आयोग के सीईओ (2016–2022), भारत के G20 शेरपा (2023) |
पूर्ववर्ती | श्री के. कस्तूरीरंगन |
प्रमुख योगदान | मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधार |
रणनीतिक महत्व | NU के उद्योग-केंद्रित शिक्षा और नवाचार पर ध्यान को बढ़ावा देना |
विश्वविद्यालय के उद्योग सहयोगी | 700+ भागीदार, जिनमें IBM, TCS, मोर्गन स्टेनली और डेलॉइट शामिल |
प्लेसमेंट रिकॉर्ड | छात्रों के लिए 100% प्लेसमेंट |
NU अध्यक्ष का बयान | कांत का नेतृत्व NU के अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और उद्योग समावेशन को मजबूत करेगा |
विश्वविद्यालय की दृष्टि | नवाचार, कौशल विकास और उद्योग भागीदारी के माध्यम से भविष्य के लिए तैयार कार्यबल का निर्माण |