गतिशक्ति विश्वविद्यायलय (Gati Shakti Vishwavidyalaya – GSV), जो भारत का परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पर आधारित एक विशेषीकृत केंद्रीय विश्वविद्यालय है, ने विश्व की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक Amazon के साथ एक नया समझौता ज्ञापन (MoU) किया है। इस सहयोग का उद्देश्य लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग क्षेत्र में शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार को मजबूत बनाना है।
सहयोग का उद्देश्य
इस एमओयू का मुख्य मकसद विश्वविद्यालय और ऐमज़ॉन के बीच ज्ञान साझा करने को प्रोत्साहित करना है। दोनों संस्थान मिलकर नए शैक्षणिक कार्यक्रम तैयार करेंगे, मौजूदा पाठ्यक्रमों को आधुनिक रूप देंगे और संयुक्त अनुसंधान करेंगे।
इस समझौते की विशेष आकर्षण ‘Amazon Chair Professorship’ की स्थापना है, जिसके तहत डेटा-आधारित आधुनिक वेयरहाउसिंग पर शोध होगा।
कुलपति का बयान
GSV के कुलपति प्रो. मनोज चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय भारत के तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक्स सिस्टम के लिए मजबूत प्रतिभा निर्माण और गहन अनुसंधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ऐमज़ॉन इंडिया के साथ काम करने से छात्रों और शोधकर्ताओं को उद्योग विशेषज्ञों से सीधे सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे परिवहन व लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में बेहतर योजना, डिजाइन और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
गतिशक्ति विश्वविद्यायलय के बारे में
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GSV की स्थापना वर्ष 2022 में संसद के एक अधिनियम के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी।
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यह भारत सरकार के रेल मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
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विश्वविद्यालय का ध्यान सभी परिवहन क्षेत्रों पर है —
रेलवे, हाईवे, पोर्ट, एविएशन, मैरीटाइम, शिपिंग, इनलैंड वाटरवे, अर्बन ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स व सप्लाई चेन। -
इसके कुलाधिपति (Chancellor) श्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री हैं।
एमओयू का महत्व
इस साझेदारी से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा, उन्नत शोध को बढ़ावा मिलेगा, और भारत की लॉजिस्टिक्स दक्षता बढ़ाने के लक्ष्य को समर्थन मिलेगा। शैक्षणिक विशेषज्ञता और ऐमज़ॉन के उद्योग अनुभव के मिलन से भारत के परिवहन और वेयरहाउसिंग क्षेत्र के लिए नए विचार और समाधान विकसित होने की उम्मीद है।


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