प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेशी PM शेख हसीना ने बुधवार सुबह 11 बजे तीन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का वर्चुअली उद्घाटन किया। इसमें भारत-बांग्लादेश को जोड़ने वाली दो रेल परियोजनाएं- अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक, मोंगला पोर्ट रेल लाइन और एक मेगा पावर प्लांट- मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट -II शामिल है।
PM मोदी ने वर्चुअल संबोधन में कहा कि ये बहुत खुशी कि बात है कि हम भारत-बांग्लादेश की सफलता को सेलिब्रेट करने के लिए एक साथ जुड़े हैं। हमारे रिश्ते लगातार नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। पिछले 9 सालों में हमने मिलकर जितना काम किया है, वो कई दशकों में भी नहीं हुआ था।
1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन
बांग्लादेश की थर्मल पावर प्लांट के लिए भारत ने 1.6 अरब डॉलर का ऋण दिया है। खुलना डिवीजन के रामपाल में स्थित इस परियोजना के तहत 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। यह परियोजना भारत की एनटीपीसी लिमिटेड और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) की ओर से पूरी की गई है।
डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के बारे
अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपए की ग्रांट से बनाया गया है। यह 12.24 किमी लंबा है। बांग्लादेश में इसकी लंबाई 6.78 किमी है। वहीं, भारत के त्रिपुरा में यह 5.46 किमी का है।
खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना को भारत सरकार की रियायती कर्ज सुविधा के तहत 388.92 मिलियन अमेरिकी डॉलर से तैयार किया गया है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और खुलना में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच लगभग 65 किलोमीटर ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इस परियोजना से बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह मोंगला ब्रॉड-गेज रेलवे नेटवर्क से भी जुड़ गया है।
मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए भारत ने बांग्लादेश को 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लोन दिया है। इसे इसी लोन से तैयार किया गया है। यह 1320 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के रामपाल में बनाया गया है। दोनों देशों के पीएम ने सितंबर 2022 में इसकी पहली यूनिट का इनॉगरेशन किया था।
दोनों देशों के बीच बढ़ेगा व्यापार
क्रॉस बॉर्डर रेलवे लिंक: इसमें अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक 15 किलोमीटर लंबा है जिसका भारत में 5 किमी और बांग्लादेश में 10 किमी विस्तार है। इस रेलवे लिंक के जरिए दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ोतरी होगी जो भारत बांग्लादेश ने दोस्ताना रिश्ते को और मजबूत बनाएगा। वर्तमान में ट्रेन को अगरतला से कोलकाता पहुंचने में लगभग 31 घंटे का समय लगता है लेकिन इस परियोजना के जरिए 10 घंटे का समय कम लगेगा।