अर्थव्यवस्था मामलों के सचिव अजय सेठ को राजस्व विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह घोषणा 1 मार्च 2025 को कार्मिक मंत्रालय द्वारा की गई। यह नियुक्ति तब आवश्यक हुई जब पूर्व राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडे को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
बदलाव की पृष्ठभूमि
27 फरवरी 2025 को तुहिन कांत पांडे को SEBI अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, और उन्होंने 1 मार्च 2025 को औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण किया। इस रिक्त पद को भरने के लिए सरकार ने अजय सेठ को अंतरिम राजस्व सचिव के रूप में नियुक्त किया, जिससे वे अर्थव्यवस्था मामलों के विभाग (DEA) के साथ-साथ राजस्व विभाग की जिम्मेदारी भी संभालेंगे।
अजय सेठ कौन हैं?
अजय सेठ एक वरिष्ठ नौकरशाह हैं, जो आर्थिक और वित्तीय नीतियों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। अर्थव्यवस्था मामलों के सचिव के रूप में उन्होंने भारत की मैक्रोइकोनॉमिक नीतियों, राजकोषीय रणनीतियों और वित्तीय क्षेत्रीय नियमों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब राजस्व सचिव का प्रभार मिलने से उनकी प्रशासनिक दक्षता और सरकार के उन पर विश्वास को दर्शाता है।
राजस्व सचिव की भूमिका और जिम्मेदारियां
राजस्व सचिव कर नीतियों को तैयार करने और लागू करने, कर प्रशासन की निगरानी, और राजस्व संग्रह प्रक्रिया को प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी मुख्य जिम्मेदारियां हैं:
- कर नीतियों (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर) की देखरेख।
- केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) जैसे प्रमुख राजस्व संगठनों के प्रदर्शन की निगरानी।
- विभिन्न विभागों के साथ समन्वय, जिससे भारत की राजकोषीय और कराधान व्यवस्था सुचारू रूप से चले।
- सरकार को राजस्व वृद्धि और वित्तीय प्रबंधन से जुड़े नीतिगत निर्णयों पर परामर्श देना।
अजय सेठ की वित्तीय मामलों में विशेषज्ञता को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि वे इन जिम्मेदारियों को कुशलता से निभाएंगे।
तुहिन कांत पांडे की SEBI अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति
पूर्व राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडे ने SEBI अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब वित्तीय बाजारों को मजबूत नियामक निगरानी और स्थिर नीतियों की आवश्यकता है। SEBI की मुख्य जिम्मेदारियां हैं:
- सुरक्षा और पूंजी बाजारों का नियमन, जिससे निवेशकों के हित सुरक्षित रहें।
- वित्तीय बाजारों में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए सुधार लागू करना।
- शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और अन्य वित्तीय संस्थानों की निगरानी।
- सुरक्षा कानूनों और कॉर्पोरेट गवर्नेंस मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करना।
सरकार का निर्णय और भविष्य की योजना
सरकार ने अजय सेठ को राजस्व सचिव का अंतरिम प्रभार सौंपने को मंजूरी दी है, जब तक कि इस पद के लिए स्थायी नियुक्ति नहीं हो जाती। यह निर्णय राजस्व विभाग में नीति निर्माण और प्रशासन की निरंतरता बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में एक स्थायी राजस्व सचिव की नियुक्ति की जाएगी। तब तक, अजय सेठ का दोहरी जिम्मेदारी संभालना वित्त मंत्रालय के भीतर स्थिरता और सुचारू प्रशासन सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।