महाराष्ट्र के अहमदनगर रेलवे स्टेशन का आधिकारिक नाम ‘अहिल्यानगर’ कर दिया गया है। यह नामकरण लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर को समर्पित है, जो भारत की सबसे प्रतिष्ठित महिला शासकों में से एक मानी जाती हैं। यह परिवर्तन अहमदनगर जिले के हाल ही में नाम बदलने के अनुरूप है और भारत की स्थानीय विरासत के संरक्षण के प्रति बढ़ती सार्वजनिक भावना को दर्शाता है।
अहिल्याबाई होलकर कौन थीं?
अहिल्याबाई होलकर (1725–1795) मराठा साम्राज्य के होलकर वंश की प्रसिद्ध रानी थीं। उन्हें उनके दयालु शासन, प्रशासनिक कुशलता और मंदिर निर्माण कार्यों के लिए जाना जाता है। वह जनकल्याण, महिलाओं के अधिकार और आध्यात्मिक वास्तुकला की प्रेरक थीं। उनके शासनकाल में इंदौर एक समृद्ध शहर बन गया और उनका योगदान न्याय, ईमानदारी और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है।
नाम परिवर्तन के मुख्य विवरण
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अब अहमदनगर रेलवे स्टेशन का नया नाम अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन है।
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नया नाम तीन लिपियों में दर्शाया गया है:
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देवनागरी (मराठी)
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देवनागरी (हिंदी)
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रोमन (अंग्रेज़ी)
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स्टेशन कोड ANG अपरिवर्तित रखा गया है, ताकि संचालन और बुकिंग में कोई बाधा न आए।
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सभी प्लेटफॉर्म, साइनबोर्ड और टाइमटेबल अपडेट किए जा चुके हैं।
परिवर्तन की प्रक्रिया
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महाराष्ट्र सरकार द्वारा नाम परिवर्तन का प्रस्ताव रखा गया।
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उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा।
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प्रस्ताव को गृह मंत्रालय की मंजूरी प्राप्त हुई।
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आधिकारिक मंजूरी के बाद, रेलवे बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी किया, जिससे पूरे भारतीय रेलवे नेटवर्क में नाम परिवर्तन लागू हो गया।
मुख्य बिंदु
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अहमदनगर रेलवे स्टेशन का आधिकारिक नाम अब अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन है।
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यह परिवर्तन अहिल्याबाई होलकर, 18वीं सदी की मराठा रानी, को सम्मानित करता है।
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स्टेशन का नाम अब जिले के नाम बदलने के अनुरूप हो गया है, जिससे स्टेशन और जिले की पहचान में सामंजस्य बना है।


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