अदाणी समूह तेलंगाना में 2500 करोड़ रुपये के निवेश से डेटा सेंटर स्थापित करेगा

भारत की डिजिटल अवसंरचना को मजबूत करने की रणनीतिक पहल के तहत अदाणी समूह ने तेलंगाना में 48-मेगावॉट का हरित डेटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है। यह अत्याधुनिक सुविधा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) द्वारा संचालित होगी और देश में तेजी से बढ़ती क्लाउड सेवाओं, हाई-परफ़ॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) और डेटा स्टोरेज समाधान की मांग को पूरा करने पर केंद्रित होगी।

यह घोषणा अदाणी पोर्ट्स एवं एसईज़ेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट 2025 के दौरान की। यह नया डेटा सेंटर तकनीकी क्षेत्र में समूह की बड़ी बढ़त का संकेत देता है और भारत की अवसंरचना एवं डिजिटल अर्थव्यवस्था में अदाणी समूह की बढ़ती उपस्थिति को और मजबूत करता है।

परियोजना का अवलोकन

प्रस्तावित AI-सक्षम डेटा सेंटर भारत के सबसे बड़े केंद्रों में से एक बनने जा रहा है, जिसे सस्टेनेबिलिटी और ऊर्जा दक्षता को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।

मुख्य परियोजना विवरण:

  • स्थान: तेलंगाना

  • क्षमता: 48 मेगावॉट

  • निवेश: ₹2,500 करोड़

  • प्रौद्योगिकी: AI और क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफ़ॉर्म द्वारा संचालित

  • उद्देश्य: भारत में बढ़ती AI, HPC और डेटा स्टोरेज की मांग को पूरा करना

यह सुविधा उन उद्यमों, सरकारी संस्थाओं और टेक कंपनियों को सेवाएँ प्रदान करेगी जिन्हें स्केलेबल डेटा समाधान की जरूरत है। यह भारत को डिजिटल रूप से सक्षम अर्थव्यवस्था बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

तेलंगाना और भारत के लिए रणनीतिक महत्व

भारत की डिजिटल अवसंरचना को सशक्त बनाना

भारत तेजी से डिजिटल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है—AI, 5G, फिनटेक, ई-गवर्नेंस और क्लाउड सेवाओं का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। डेटा प्रोसेसिंग, स्टोरेज और रियल-टाइम एनालिटिक्स की मांग में भारी वृद्धि हो रही है। यह परियोजना उन्नत कंप्यूटिंग क्षमताओं की इसी आवश्यकता को पूरा करती है।

तेलंगाना के टेक इकोसिस्टम को बढ़ावा

तेलंगाना, विशेषकर हैदराबाद, प्रौद्योगिकी और नवाचार का केंद्र बनकर उभरा है। यह नया डेटा सेंटर राज्य को डेटा और डिजिटल अवसंरचना हब के रूप में और मजबूत करता है, जिससे IT और स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी लाभ मिलेगा।

रोज़गार सृजन और आर्थिक प्रभाव

  • अदाणी समूह ने पिछले तीन वर्षों में तेलंगाना में ₹10,000 करोड़ का निवेश किया है—सड़कों, लॉजिस्टिक्स, अवसंरचना और विनिर्माण क्षेत्रों में।

  • इन परियोजनाओं से 7,000 से अधिक नौकरियाँ सृजित हुई हैं।

  • नया डेटा सेंटर इंजीनियरिंग, IT, पावर मैनेजमेंट, और फ़ैसिलिटी संचालन में और रोजगार पैदा करेगा।

स्थैतिक जानकारी: ग्रीन डेटा सेंटर क्या है?

ग्रीन डेटा सेंटर वह सुविधा है जिसे ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम रखने के लिए तैयार किया जाता है। इसमें शामिल हैं:

  • नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग

  • अनुकूलित कूलिंग सिस्टम

  • AI आधारित रिसोर्स मैनेजमेंट

  • उच्च दक्षता वाला हार्डवेयर

बढ़ती ऊर्जा जरूरतों और पर्यावरण चिंताओं के बीच, ग्रीन डेटा सेंटर वैश्विक स्तर पर टिकाऊ तकनीकी अवसंरचना का मानक बनते जा रहे हैं।

परियोजना का महत्व

  • भारत के AI और डिजिटल इंडिया लक्ष्यों को बढ़ावा मिलेगा

  • आत्मनिर्भर भारत को मजबूत करेगा—स्थानीय डेटा प्रोसेसिंग और स्टोरेज को बढ़ावा

  • साइबर संप्रभुता को सुदृढ़ करेगा, विदेशी डेटा केंद्रों पर निर्भरता कम होगी

  • अदाणी समूह को ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स से आगे डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर लीडर के रूप में स्थापित करेगा

  • AI शोध, क्लाउड कंपनियों और फिनटेक संस्थानों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी

मुख्य बिंदु (Key Takeaways)

  • अदाणी समूह तेलंगाना में ₹2,500 करोड़ से 48-MW AI-संचालित ग्रीन डेटा सेंटर स्थापित करेगा।

  • यह केंद्र भारत की AI, क्लाउड और HPC आवश्यकताओं का समर्थन करेगा।

  • तेलंगाना लगातार बड़े टेक और अवसंरचना निवेश आकर्षित कर रहा है, जिससे यह राष्ट्रीय डिजिटल हब के रूप में उभर रहा है।

  • यह परियोजना अदाणी समूह के तेलंगाना में ₹10,000 करोड़ के व्यापक निवेश का हिस्सा है।

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vikash

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