सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) ने “लैंग्वेज ऑफ ट्रुथ: एसेज 2003-2020 (Languages of Truth: Essays 2003-2020)” नामक पुस्तक लिखी. अपनी नई पुस्तक में, रुश्दी एक रक्षात्मक कास्टिंग चाल करने का प्रयास करते हैं. उनका सुझाव है कि उनके काम को गलत समझा गया है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है क्योंकि साहित्यिक संस्कृति ब्रियो-भरे कल्पनाशील लेखन से “ऑटोफिक्शन” के विनम्र प्रसन्नता की ओर बदल गई है, जैसा कि ऐलेना फेरेंटे और कार्ल ओवे नोसगार्ड के काम का उदाहरण दिया गया है.
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams




MRF टायर्स ने 2025 FIA यूरोपियन रैली चैम...
मार्च 2026 तक मानवरहित गगनयान समेत सात प...

