भारत अपने राजनयिक और आर्थिक प्रभाव को और मजबूत करने के लिए 12 फरवरी 2025 को फ्रांस के मार्सिले में अपना नया वाणिज्य दूतावास खोलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों संयुक्त रूप से इस वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे। यह फ्रांस में भारत का दूसरा राजनयिक मिशन होगा, पहला भारतीय दूतावास पेरिस में स्थित है। यह कदम भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने तथा दक्षिणी फ्रांस में भारत की भागीदारी को गहरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।
मार्सिले भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
मार्सिले, फ्रांस का दूसरा सबसे बड़ा शहर और भूमध्य सागर के तट पर स्थित एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है। यह यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के बीच एक प्रमुख व्यापारिक मार्ग के रूप में कार्य करता है। मार्सिले-फॉस बंदरगाह, जो फ्रांस का सबसे बड़ा बंदरगाह है, देश के आयात-निर्यात व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा संभालता है, विशेष रूप से फॉस-सुर-मेर टर्मिनल से तेल का निर्यात।
मार्सिले में वाणिज्य दूतावास स्थापित करके भारत व्यापार संबंधों को बढ़ावा देना, निवेश अवसरों का विस्तार करना और इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEEC) के तहत भारत और यूरोप के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करना चाहता है।
फ्रांस में भारतीय समुदाय को कैसे मिलेगा लाभ?
मार्सिले और आसपास के शहरों (जैसे टूलूज़, रोन-आल्प्स क्षेत्र) में बसे भारतीय प्रवासियों, छात्रों और व्यवसायियों को इस नए वाणिज्य दूतावास से लाभ मिलेगा। यह दूतावास वीजा, पासपोर्ट, नागरिक सहायता, और व्यापार संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा, जिससे भारतीय समुदाय को बेहतर सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा, यह वाणिज्य दूतावास सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा, जिससे भारतीय कला, विरासत और व्यापारिक सहयोग को मजबूत किया जा सके।
भारत-फ्रांस संबंधों की व्यापक दृष्टि
मार्सिले में वाणिज्य दूतावास खोलने का निर्णय पीएम मोदी की 2023 में फ्रांस यात्रा के दौरान लिया गया था। यह भारत-फ्रांस रणनीतिक सहयोग को गहरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके अलावा, 11 फरवरी 2025 को पीएम मोदी पेरिस में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। यह कार्यक्रम भारत और फ्रांस के बीच तकनीकी नवाचार, एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), रक्षा, व्यापार और अंतरिक्ष अन्वेषण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को उजागर करता है।
रिपोर्टों के अनुसार, मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भारत की यूरोप में दीर्घकालिक राजनयिक रणनीति का हिस्सा है। इस पहल से व्यापारिक संबंध, कनेक्टिविटी और भारत की वैश्विक उपस्थिति को और अधिक मजबूती मिलेगी।
विषय | विवरण |
क्यों चर्चा में है? | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 12 फरवरी 2025 को मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे। यह फ्रांस में भारत का दूसरा राजनयिक मिशन होगा, जिसका उद्देश्य व्यापार, आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करना है। |
शहर और देश | मार्सिले, फ्रांस |
फ्रांस की राजधानी | पेरिस |
फ्रांस के राष्ट्रपति | इमैनुएल मैक्रों |
फ्रांस के प्रधानमंत्री | फ्रांस्वा बेयरू |
फ्रांस की मुद्रा | यूरो (€) |
फ्रांस का प्रमुख बंदरगाह | पोर्ट ऑफ मार्सिले-फॉस (फ्रांस का सबसे बड़ा बंदरगाह) |
फ्रांस में भारतीय दूतावास | पेरिस में स्थित |
इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEEC) | भारत और यूरोप के बीच व्यापारिक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने वाला एक व्यापार गलियारा |
आगामी कार्यक्रम (एआई और टेक्नोलॉजी से संबंधित) | पीएम मोदी 11 फरवरी 2025 को पेरिस में मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। |