पंजाब पुलिस बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और गांव रक्षा समितियों (VDCs) के सहयोग से फाजिल्का जिले में दवाओं के खिलाफ एक सप्ताह की अभियान चलाएगी। इसके तहत वे भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप 42 गांवों के निवासियों तक पहुँचेंगे, ताकि उनसे दवाओं की मांग और आपूर्ति के बारे में क्रियाशील सूचना जुटा सकें।
मिशन निश्चय के बारे में
‘मिशन निश्चय’ नाम के इस अभियान के दौरान पुलिस अधिकारी 15 से 21 जून तक फाजिल्का जिले के गांवों में जाकर निवासियों से बातचीत करेंगे। इसका उद्देश्य सीमावर्ती गांवों के निवासियों के बीच सामुदायिक भागीदारी की भावना पैदा करना है क्योंकि हम ड्रग्स के खतरे को रोकने के प्रयास कर रहे हैं। औषधों की मांग और आपूत के बारे में कार्रवाई योग्य आसूचना एकत्र करने के लिए युवाओं और महिलाओं पर ध्यान केन्द्रित करना। पाकिस्तान के साथ लगी 553 किलोमीटर लंबी पंजाब सीमा में से 108 किलोमीटर फाजिल्का जिले में है।
फाजिल्का जिले को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?
फाजिल्का पुलिस ने पिछले महीने दो भाइयों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था और सीमा पार से तस्करी कर भारत लाई जा रही करीब 5.5 किलोग्राम हेरोइन, छह मोबाइल फोन और 1.07 लाख रुपये मादक पदार्थ के धन के साथ अपने कब्जे से एक कार और तीन मोटरसाइकिलें जब्त की थीं। गिरफ्तार किए गए सात लोगों में से छह छात्र थे और उनमें से पांच जलालाबाद स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे, जहां वे सेना भर्ती की तैयारी करते थे।