68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को मानवीय आधार पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने राज्य की जेलों में बंद 439 कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया. इन कैदियों में 21 महिलाओं समेत 243 ऐसे लोग हैं जिन्हें आजीवन कारावास की सज़ा मिली हुई थी और जो कम-से-कम 12 साल की सज़ा काट चुके थे.
यह पहली बार है कि इतनी बड़ी संख्या में कैदियों को राज्य द्वारा माफ़ किया गया है. वे कैदी जिन्हें बलात्कार, अनेकों हत्या, चोरी एवं पोटा, टाडा जैसे कड़े कानून या राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत सजा दी गई थी, उन्हें माफ़ी नहीं दी गयी है.
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस